
रायपुर। कोंडागांव में पीने के पानी की समस्या जल्द ही इतिहास बनने जा रही है। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मिशन अमृत 2.0 के तहत नगर पालिका क्षेत्र में जल आपूर्ति व्यवस्था को लेकर बड़े पैमाने पर काम हो रहा है।
102 करोड़ रुपये की लागत से चल रही इस परियोजना के तहत कोसारटेड़ा बांध से 25 किलोमीटर दूर से पानी लाकर उसे शुद्ध किया जाएगा और फिर पाइपलाइन के ज़रिए हर घर तक पहुंचाया जाएगा। अब तक 33% काम पूरा हो चुका है, और आने वाले डेढ़ से दो सालों में पूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
शुद्ध जल के लिए अत्याधुनिक ट्रीटमेंट प्लांट
योजना के तहत नौ एमएलडी (MLD) क्षमता वाला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया जा रहा है, जो शुद्ध और सुरक्षित जल आपूर्ति की रीढ़ साबित होगा। इस शुद्ध जल को वर्तमान में मौजूद पांच टंकियों और निर्माणाधीन दो नई टंकियों के माध्यम से पूरे शहर में वितरित किया जाएगा।
बांधापारा में 555 किलोलीटर और फॉरेस्ट कॉलोनी के पास 810 किलोलीटर क्षमता वाली टंकियां बनाई जा रही हैं। योजना के पूरा होते ही 9,000 घरों तक नल से साफ और सुरक्षित पानी पहुंचेगा, जिससे लगभग 40 हजार की आबादी लाभान्वित होगी।
ज़मीन के नीचे बिछ रही जल क्रांति
कोंडागांव में इस योजना के तहत 24 किलोमीटर रॉ-वाटर पाइपलाइन, 11 किलोमीटर क्लियर-वाटर पाइपलाइन, और 143 किलोमीटर लंबी डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछाई जा रही है। इसका मकसद है—हर घर नल से जल।
योजना की जिम्मेदारी संभाल रही निर्माण एजेंसी न केवल इसकी स्थापना कर रही है, बल्कि अगले पांच वर्षों तक संचालन और रखरखाव की भी जिम्मेदारी उठाएगी।
कोंडागांव के लिए यह योजना सिर्फ पाइपलाइन नहीं, बल्कि भविष्य के लिए बिछाई जा रही उम्मीद की लकीर है।