
रायपुर, कहते हैं पैसा ऐसी चीज है जिसके चक्कर में अच्छे-अच्छों का ईमान डगमगा जाता है, ऐसा ही एक मामला सामने आया रायपुर की कैपिटल होम्स आवासीय सहकारी समिति मर्यादित में, वैसे कहने को तो ये एक प्राइवेट सोसाइटी है लेकिन इसमें लाखों रुपए की गोलमाल की आशंका जताई जा रही है । जिसमें सोसाइटी के ही कुछ पूर्व पदाधिकारी और सहकारी संस्था का उप पंजीयक कार्यालय भी शंका के दायरे में दिखाई दे रहे हैं ।
चलिये आपको बताते हैं कि आखिर मामला है क्या, दरअसल हाल ही में करीब चार महीने की मशक्कत और कई बार उप पंजीयक कार्यालय के द्वार टालमटोल करने के बाद, आखिरकार फोर्थ आई न्यूज के द्वारा सूचना के अधिकार के तहत कुछ जानकारियां पंजीयक कार्यालय से निकाली गईं, जिसमें लाखों रुपए के गबन की आशंका जताई जा रही है ।
वैसे तो सूचना के अधिकार के इन दस्तावेजों में कई तरह का फर्जीवाड़ा नजर आ रहा है, लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं सोसाइटी के खर्चों और उन धार्मिक कार्यों की, जिसके बारे में कॉलोनी के रहवासी सोचते होंगे कि वे इस धार्मिक कार्य को अपने चंदे से करा रहे हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है । दरअसल कैपिटल होम्स आवासीय सहकारी समिति मर्यादित के खाते से इन धार्मिक कार्यों के नाम पर लाखों रुपए निकाले गए हैं, जिनके बारे में शायद कॉलोनीवासी भी नहीं जानते होंगे । वे यही सोचते होंगे कि उनकी गाढ़ी कमाई से दिये जा रहे मेंनटनेंस का उपयोग सोसाइटी के विकास में खर्च किया जा रहा होगा ।
अगर विगत तीन वर्षों की अनुमानित ऑडिट रिपोर्ट पर नजर डालें तो धार्मिक कार्यों के नाम पर जो पैसा सोसाइटी के खाते से निकाला गया वो इस तरह है :-
साल – 2022 – 40,000/- रुपए
साल – 2023 – 5,25,000/- रुपए
साल – 2024 – 8,33,000/- रुपए
यही नहीं कॉलोनी के खाते से नेशनल डे के नाम से भी पैसा निकाला गया, वो इस प्रकार है: –
साल – 2022 – 42,000/- रुपए
साल – 2023 – 1,10,000/- रुपए
साल – 2024 – 2,56,000/- रुपए
अब जरा बड़े खर्चों पर भी नजर डालिये कि बिल्डर से हैंडोवर लेने के बाद किस तरह से मजह तीन साल में ही करीब 5 गुना तक कॉलोनी का खर्च बढ़ा, लेकिन सुविधाएं शायद पहले से भी कम हो गईं । जबकि पीने के पानी जैसी समस्या से भी कॉलोनी के रहवासी जूझ रहे हैं ।
विवरण | 2022 | 2023 | 2024 |
सेलरी | 2,25,000/- | 7,20,000/- | 10,80,000/- |
सिक्यूरिटी चार्ज | 4,05,000/- | 8,16,000/- | 13,20,000 |
गार्डन | 2,52,000 | 7,20,000/- | 9,60,000/- |
धार्मिक कार्य+बैठकें | 40,000/- | 5,25,000/- | 8,33,000/- |
नेशनल-डे | 42,000/- | 1,10,000/- | 2,56,000/- |
कॉलोनी मेनटनेंस | 1,24,000/- | 4,59,000/- | 10,60,000/- |
(नोट – कैपिटल होम्स फेज-1 सोसाइटी के खर्चों के आंकड़े सूचना के अधिकार के तहत निकाली गई जानकारी के आधार पर हमारी वेबसाइट पर जारी किए गए हैं)
कुल मिलाकर इस पूरे मामले में उप पंजीयक कार्यालय से लेकर सोसाइटी के ही पूर्व पदाधिकारी कठघरे में हैं, क्योंकि सोसाइटी में होने वाले हर धार्मिक आयोजनों के लिए सोसाइटी के सदस्यों से चंदा एकत्रित किया जाता रहा है, ऐसे में सोसाइटी के खाते से लाखों रुपए का फंड किसके कहने, किस तरह से और किसको जारी किया गया इसके बारे में जानकारी सामने आना बाकी है । हालांकि सूचना के अधिकार के तहत जो दस्तावेज हमारे पास हैं उसमें कैपिटल होम्स आवासीय सहकारी समित मर्यादित के अध्यक्ष के दस्तखत दर्ज हैं ।
वहीं इस बारे में संपर्क करने पर सोसाइटी के प्राधिकृत अधिकारी डीडी बिश्वास ने कहा है कि सोसाइटी का साल 2024 के ऑडिट की जानकारी उनके पास नहीं है, इस बारे में वे प्रबंधक पंकज यादव से बात करके स्थित स्पष्ट करेंगे । वहीं उन्होने ये भी कहा है कि सोसाइटी के पंजीयन के वक्त एक अनुमानित बजट पंजीयन हेतु सोसाइटी की ओर से जमा कराया जाता है, हो सकता है ये वही हो ।
अगर कैपिटल होम्स आवासीय सहकारी समित मर्यादित के प्राधिकृत अधिकारी की बात मान भी ली जाए, तो सोसाइटी का ऑडिट न होना भी अनिमितता की संभावना को ही दर्शाता है ।