सीसीईटी के उभरते उद्यमी विजय रेलवानी
क्रिश्चियन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी, भिलाई के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल ने कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के सहयोग से सीसीईटी के उभरते उद्यमी विजय रेलवानी के साथ एक सत्र आयोजित किया। माननीय कार्यकारी उपाध्यक्ष फादर डॉ.पी.एस. वर्गीज और प्रिंसिपल डॉ. दीपाली सोरेन ने वर्तमान परिदृश्य में नवाचार और उद्यमिता के महत्व के बारे में बताया। कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ अर्चना चौधरी ने भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय, इनोवेशन सेल की सभी शिक्षा संस्थानों में नवाचार की संस्कृति का निर्माण करने की पहल के बारे में बताया। इस आयोजन में सीसीईटी के अंतिम वर्ष के छात्र विजय रेलवानी ने अपनी प्रेरक कहानी से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने जीरो से शुरुआत की थी लेकिन अब वे रेलवानी ऑटोमोबाइल के मालिक हैं। कोविड के दौरान उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब होने की वजह से उन्होंने एक ई-रिक्शा निर्माण कंपनी में काम करना शुरू कर किया था। मालिक को यह देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि उसने ई-रिक्शा का कंट्रोलर बड़ी आसानी से ठीक कर दिया था। वहीं से उन्हें बाइक बनाने का आइडिया आया। उन्होंने जाने-माने शो ‘शार्क टैंक सीजऩ – ढ्ढÓ में भाग लिया था जिसमें उन्हें उनके रचनात्मक विचार के लिए जजों से स्टैंडिंग ओवेशन मिला था। जब उन्होंने बाइक का प्रोटोटाइप बनाना शुरू किया था, तब उन्हें आर्थिक समस्याओं के कारण कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने इसका समाधान बड़ी चतुराई से निकाला था, जैसे उन्होंने एक मूर्तिकार को बाइक की बॉडी बनाने के लिए कहा और साथ ही उन्होंने स्क्रैप के सामान से कई हिस्सों का निर्माण किया। उन्होंने गितम विश्वविद्यालय में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में भी भाग लिया था और शीर्ष 100 फाइनलिस्ट में चुने गये थे। उन्होंने रायपुर में इन्क्यूबेशन सेंटर शुरू किया जिसे भारत सरकार की स्टार्टअप योजना द्वारा अनुमोदित किया गया है। उन्होंने छात्रों को शार्क टैंक में भाग लेने के बारे में भी मार्गदर्शन किया और अपनी नई पहल का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।