रायपुर। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर के खेल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास विभाग तथा समाज कल्याण विभाग व जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हुईं। इस दौरान करमा नृत्य से उनका भव्य स्वागत किया गया। तत्पश्चात् मुख्य मंच पर मंत्री ने सरस्वती माता एवं छत्तीसगढ़ महतारी के छाया चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर सामरी विधायक श्रीमती उद्देश्वरी पैंकरा, पिछड़ा आयोग सदस्य श्री कृष्णा गुप्ता, जनपद अध्यक्ष श्री विनय पैंकरा, जनपद उपाध्यक्ष श्री भानुप्रकाश दीक्षित, कलेक्टर श्री रिमिजियुस एक्का, पुलिस अधीक्षक श्री बैंकर वैभव रमनलाल, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रेना जमील, गणमान्य नागरिक श्री ओमप्रकाश जायसवाल, श्री गोपाल मिश्रा, श्री दीनानाथ यादव, श्री दिलीप सोनी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
महिला बाल विकास विभाग मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने उपस्थित जनसमुदाय को राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। राज्य बने हुए 24 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में विकास देखने को मिल रहा है। शिक्षा हो या स्वास्थ्य हर क्षेत्र में राज्य नई बुलंदियां छू रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार में निरंतर विकास की पथ पर अग्रसर हो रहा है। डबल इंजन की सरकार सारे वादों को पूर्ण कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर वर्ग के लिए कार्य कर रही है। प्राथमिकता से किसान, महिलाएं हर जरूरतमंद परिवार को लाभान्वित किया जा रहा है। युवाओं को शिक्षा के साथ रोज़गार के अवसर उपलब्ध करा रही है।
श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि हमारी सरकार ने खरीफ वर्ष 2023-24 में किसानों से रिकॉर्ड 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की है, साथ ही उन्हें दो वर्षों का बकाया बोनस 03 हजार 716 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया। महतारी वन्दन योजना के द्वारा 70 लाख महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये की सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 179 महतारी सदन निर्माण के लिए 52 करोड़ 20 लाख की स्वीकृति दे दी गई है। साथ ही छत्तीसगढ़ में 08 लाख 46 हजार 931 आवासों के निर्माण की स्वीकृति भी दे दी है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए राज्य में 07 हजार से अधिक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि वनवास काल के दौरान भगवान श्री राम ने जिन स्थानों पर प्रवास किया, उन्हें हमारी सरकार पर्यटन तीर्थ के रूप में संवार रही है। आने वाले समय में हमारी सरकार प्रदेश में पर्यटन का और विकास करेगी। पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसरों का सृजन किया जाएगा। जिससे स्थानीय लोगों को भी आर्थिक लाभ होगा और उनका जीवन स्तर ऊँचा उठेगा।
सामरी विधायक श्रीमती उद्देश्वरी पैंकरा ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव पर बधाई देते हुए मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ राज्य बनने के संदर्भ में संक्षिप्त जानकारी दी। अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को कलेक्टर ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
हितग्राहियों को सामग्री वितरण
राज्योत्सव में महिला बाल विकास तथा समाज कल्याण विभाग मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को सामग्रियों का वितरण किया। जिसमें वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा 05 हितग्राहियों को वन्यप्राणी क्षतिपूर्ति मुआवजा का भुगतान किया गया। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग द्वारा 06 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, श्रम विभाग द्वारा 02 हितग्राहियों को असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना, पशुधन विकास विभाग द्वारा विभिन्न योजना के तहत 03 हितग्राहियों को चेक, उद्यान विभाग द्वारा 05 हितग्राहियों को राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत अनुदान प्रमाण पत्र, मत्स्य पालन विभाग द्वारा 05 हितग्राहियों को जाल एवं आइसबॉक्स, कृषि विभाग द्वारा 15 हितग्राहियों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत सरसों व मसूर बीज का वितरण, पंचायत ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 06 हितग्राहियों को आवास, नगर पालिका परिषद बलरामपुर के द्वारा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 02 हितग्राहियों को चेक तथा खाद्य विभाग द्वारा द्वारा 10 हितग्राहियों को राशनकार्ड का वितरण किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मंत्र मुग्ध हुए दर्शक
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के 24 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित राज्योत्सव के मुख्य समारोह में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अद्भुत प्रस्तुति दी, जिसमें उनकी प्रतिभा और उत्साह देखने को मिला। इस समारोह में बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। नमामि नमामि, आदिवासी संस्कृति, दक्षिण भारत रीमिक्स, असमिया लोक नृत्य, सरगुजिया जैसे सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रदर्शन किया। इन कार्यक्रमों में बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस समारोह में न केवल बच्चों की प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक मंच मिला, बल्कि यह राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रदर्शित करने का एक अवसर रहा।