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रायपुर : प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों का जायजा लेने मुख्यमंत्री बीजापुर पहुंचे

रायपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 अप्रैल को छत्तीसगढ़ प्रवास पर आ रहे हैं, उनके आने की पूरी रूप रेखा तैयार हो चुकी है। श्री मोदी के आगमन को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह आज बीजापुर में तैयारियों का जायजा लेने बस्तर दौरे पर हैं।
डा. सिंह बीजापुर के जांगला जाकर वहां व्यवस्थाओं की जानकारी ले रहें हैं। उनके साथ वन मंत्री महेश गागड़ा, स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, छत्तीसगढ़ वन विकास निगम के अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी, प्रदेशमंत्री किरण देव , नान अध्यक्ष लता उसेंड तथा,

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जिलाध्यक्ष बैदूराम कश्यप, लछु राम कश्यप, शेष नारायण तिवारी, संजय पांडे, कमल चंद्र भंजदेव सहित अन्य भाजपा के लोग मौजूद थे। विदित हो कि आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में करेंगे। बताया जा रहा है कि बीजापुर में इस योजना की शुरूआत करने के लिए वे रायपुर से बस्तर जाएंगे।

 

  रायपुर : तिल्दा ब्लाक के 7871 किसानों को नहीं मिली सूखा राहत राशि-विधान
रायपुर : सूखा राहत राशि शत प्रतिशत वितरण का दावा लोक सुराज अभियान के तहत छग के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह द्वारा किया गया था। वास्तविकता में देखा जाए तो मुख्यमंत्री का यह दावा गलत है। तिल्दा ब्लाक के 7871 किसानों को सूखा राहत राशि नहीं मिली है। यह आरोप मुख्यमंत्री पर जनता कांग्रेस छग के प्रवक्ता विधान मिश्रा ने अपने आवास में आयोजित पत्रकार वार्ता में लगाया। मिश्रा के साथ किसान नेता तिलक राम देवांगन ने कहा कि निजी बैंकों को सूखा राहत राशि वितरण के लिए दी गई थी किन्तु इस जमा राशि में भी बैंक प्रबंधन द्वारा ब्याज काा खेल खेला गया है। संबंधित बैंक सूखा राहत के नाम पर करोड़ों रूपए ब्याज में कमा रहे है।

जबकि किसान मुआवजे के लिए भटक रहे है। विधान ने कहा कि लोक सुराज अभियान के तहत मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह उनके गांव मुरा 30 मार्च को पहुंचे वहां उन्होंने आयोजित समाधान शिविर में हाथ उठवाकर ग्रामीणों से शत प्रतिशत सूखा राहत राशि खाते में जमा होने की बात कहीं। किसानों द्वारा चुप्पी साधने के बावजूद उनके गांव में उनके सहित सिर्फ 8 किसानों को ही सूखा राहत राशि मिली है। जबकि 167 किसानों को सूखा राहत राशि मिलनी थी। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि पूरे लोक सुराज अभियान में मुख्यमंत्री ने प्रदेश का भ्रमण कर लोगों को उनके खाते में शत प्रतिशत सूखा राहत राशि जमा होने की गलत जानकारी देकर किसानों को भ्रमित किया।

उन्होंने राज्य सरकार द्वारा जनवरी माह में 2017-18 के लिए 609 करोड़ रू की राशि जारी होने की जानकारी ेदेते हुये बताया कि 3 माह बीतने के उपरांत भी हजारों किसानों के खाते में अभी तक सूखा राहत राशि जमा नहीं की गई है जबकि इसके विपरीत किसानों के लिए जारी राशि पर बैंकों ने 7 करोड़ रू ब्याज कमाया है। तिलक राम देवांगन ने पत्रकार वार्ता में बताया कि रायपुर जिले के लिए सूखा राहत के लिए शासन द्वारा 43 करोड़ रू निजी बैंक को फरवरी मार्च माह में ही दे दिये गये थे। इसके उपरांत भी सूखा राहत राशि का वितरण नहीं होना सत्तारूढ़ दल की मिलीभगत को उजागर करता है।

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