राज्य सभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस पर बरसे नेताम
रायपुर, बुधवार को राज्य सभा मे भारतीय वन अधिनियम (संशोधन) 2017 पर चर्चा के दौरान छत्तीसगढ़ से राज्य सभा सांसद और भाजपा अजज़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविचार नेताम ने चर्चा में भाग लेते हुए अपने व्यक्तित्व में कहा कि आज इस बिल को आने में 90 साल लग गए यह बिल, लगता है यह बिल भी इस सदन में आनेके लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई का इंतज़ार कर रहा था इस बिल के पास होने से गैर वन भूमि पर उगाये जाने वाले बास जो की पहले के वन अधिनियम के अनुसार बास पेड के रूप में परिभाषित था जिसके कारण बास की उगाई, ढुलाई या उसकी कटाई के लिए लगने वाला परमिट की ज़रूरत की ज़रूरत और कानूनी नियमो को समाप्त कर देगा , आगे नेताम ने कांग्रेस के नेताओ को इस अध्यादेश का दूर प्रचार करने पर आड़े हाथ लेते हुए सदन में कहा की ये कांग्रेस के नेता दूध के जले है इसलिए छाछ भी फूक कर पी रहे है यह लोग हमारे वर्ग को एक वस्तु समझते है यही कारण है कि अनुसूचित जनजाति वर्ग की ज़मीनी तकलीफ को नहीं जान रहे है , छत्तीसगढ़ से लेकर मध्यप्रदेश और झारखण्ड में आदिवासी जो बास का बेहतर उपयोग करते है और अपने आर्थिक आर्थिक उन्न्यान्न के लिए इस की वस्तुओ का भी उत्पादन करता है उसके लिए यह बिल बहुत महत्व रखता है जो आप न समझ सके थे न समाज रहे है और न आगे कभी समझ पाएंगे, काफी समय से आदिवासी वर्ग इस अध्यादेश में संशोधन की मांग कर रहे है थे जिससे देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जी ने समझा, इस संशोधन से देश के किसानो को गेर वन क्षेत्रों में बास उगाये जाने हेतु प्रोत्साहित करेगा साथ ही 2022 तक किसानो की आये दोगुनी करने के लक्ष्य को पूर्ण करने का कार्य करेगा ।