सीपी राधाकृष्णन बने देश के नए उपराष्ट्रपति, विपक्ष में दरार साफ़ नजर आई

एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति चुनाव में भारी जीत दर्ज करते हुए विपक्ष के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों के बड़े अंतर से शिकस्त दी। इस मुकाबले की खास बात रही विपक्षी सांसदों की क्रॉस वोटिंग, जिसने नतीजों को पूरी तरह पलट दिया।
चुनाव अधिकारी पीसी मोदी ने जानकारी दी कि सुदर्शन रेड्डी को 300 प्रथम वरीयता वोट मिले, जबकि राधाकृष्णन के पक्ष में 452 वोट डाले गए। यानी, 137 वोट ऐसे थे जो विपक्ष के खेमें से टूटकर एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में गए।
क्या बोले जयराम रमेश?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया था कि विपक्ष के सभी 315 सांसदों ने एकजुट होकर वोटिंग की। लेकिन नतीजों ने उनके दावे पर सवाल खड़े कर दिए। विपक्षी एकता के बावजूद इतने ज्यादा वोट एनडीए की झोली में कैसे चले गए?
अन्य अहम आंकड़े
कुल सांसद: 788
वोट डालने के पात्र सांसद: 781
अमान्य वोट: 15
पिछली बार (2022) भी 15 अमान्य वोट ही थे।
इस चुनाव में कोई व्हिप नहीं जारी किया गया था, यानी सांसदों को अपनी पसंद के अनुसार वोट डालने की पूरी आज़ादी थी। शायद इसी कारण विपक्षी खेमें से भी समर्थन राधाकृष्णन को मिला।