दिव्यांग से दुष्कर्म मामले में 26 घंटे में गिरफ्तारी, कोर्ट में चार्जशीट पेश

रायपुर. राजधानी में मासूम के साथ दुष्कर्म केस में महीनेभर में चालान पेश कर सजा दिलाकर सुर्खियों में आई तेलीबांधा पुलिस एक बार फिर चर्चा में है। इस बार दिव्यांग से दुष्कर्म केस में 26 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार किया और चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में पेश किया है।
यह मामला दिव्यांग को शादी का झांसा देकर लाखों रुपए हड़पने और दुष्कर्म का है। तेलीबांधा पुलिस ने केस दर्ज करने के 12 घंटे के भीतर आरोपी सत्येंद्र गिरी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। फिलहाल आरोपी सेंट्रल जेल रायपुर में बंद है। अफसरों का कहना है, दिव्यांग दुष्कर्म केस में 26 घंटे में चालान पेश करना राज्य का पहला मामला है, जिसमें इतनी तेजी के साथ आरोपी की गिरफ्तारी और चालान पेश किया गया है।
ऑटो खरीदने के बहाने लिए दो लाख: पुलिस के मुताबिक आरोपी सत्येंद्र ने ऑटो रिक्शा खरीदने के बहाने 2 लाख रुपए लिए थे, लेकिन उसने ऑटो नहीं खरीदा। वापस पैसे मांगने पर उसने लौटाने से इनकार कर दिया। इसके बाद आरोपी ने दिव्यांग से शादी करने से भी इनकार कर दिया। इससे परेशान होकर उसने दो दिन पहले ही तेलीबांधा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
यह है मामला
पुलिस के मुताबिक जांजगीर-चांपा निवासी 40 साल की दिव्यांग तेलीबांधा इलाके में किराए के मकान में रहती है। वह सरकारी नौकरी करती है। जून 2019 में फेसबुक पर वाराणसी निवासी सत्येंद्र गिरी से उसकी दोस्ती हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच मोबाइल पर भी बात होने लगी। युवती ने अपने दिव्यांग होने के बारे में बताया। फिर भी सत्येंद्र ने शादी के लिए मिलने की इच्छा जताई और रायपुर आ गया। यहां उसके साथ कई दिनों तक उसके कमरे में रहा।