गरियाबन्द : छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी योजना की विस्तृत समीक्षा कलेक्टर श्याम धावड़े ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में किया। उन्होंने जिले में स्वीकृत सभी 50 गौठानों के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा करते हुए 31 मई तक सभी गौठानों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने प्रभारी अधिकारियों से गौठानों का नियमित निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी गौठानों में सी.पी.टी., मचान, पैरावट, कोटना, वृक्षारोपण, बोर, वर्मी कम्पोस्ट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित हो।
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श्री धावड़े ने कहा कि गौठानों का निर्माण गांव की परम्परा और रिती-रिवाजों के अनुकूल होना चाहिए। मचान मजबूत बनाये तथा पैरावट गौठान के एक किनारे पर ही बनाये। कोटना का निर्माण ऐसे करें कि मवेशी आसानी से पानी पी सके। गौठान के भीतर आम, करंज, नीम, कटहल, कदम और जामुन के वृक्ष लगाये। उन्होंने कहा कि आदर्श गौठान बनाने के लिए मिलजुलकर और टीम भावना से कार्य करे। नियुक्त प्रभारी अधिकारी गौठान समिति एवं ग्रामवासियों के साथ बैठक कर इसे मूर्त रूप दे, साथ ही नरवा, घुरवा और बाड़ी विकास के क्रियान्वयन का निरीक्षण नियमित रूप से करें। उन्होंने कहा कि नरवा विकास के लिए 15 जून तक कार्य पूर्ण करें तथा बाड़ी के लिए जमीन तैयार कर ले।
जिले में मूर्त रूप ले रहा है 50 गौठान
10 गौठानों को आदर्श गौठान के रूप में किया जा रहा है विकसित
जिले में 50 गौठान अब आकार लेने लगा है। इनमें से 10 गौठान आदर्श गौठान के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर के. खुटे ने बताया कि 9 करोड़ 69 लाख 67 हजार रूपये की लागत से लगभग 315.19 एकड़ में विस्तारित इन गौठानों में 46 हजार 300 मवेशी रहेंगे। जिले के इन आदर्श गौठानों में 3-3 कोटना, मचान, पैरावट, सी.पी.टी. का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं 35 गौठानों में पानी की व्यवस्था भी पूरी हो गई है। इनमें से 9 गौठानों में सोलर पंप के माध्यम से पानी दिया जा रहा है। गौठान को छायादार और आरामदायक बनाने के लिए 200 वृक्षारोपण करने की भी तैयारी हो गई है। गौठानों में कृषि विभाग द्वारा 3-3 वर्मीबेड व नाडेब टैंक बनाया जा रहा है।
गौठानों के समीप 708 एकड़ रकबा में 50 चारागाह भी तैयार किया जायेगा। जिसकी लागत 2 करोड़ 51 लाख 46 हजार रूपये है। इनमें से स्वीकृत 33 चारागाह विकास कार्य प्रगति पर है। आदर्श गौठान सेम्हारतरा के किसान रोहित साहू, सढ़ौली के सोपसिंह कश्यप, चमारराय श्रीमाली, योगेश्वर शांडिल्य, कोपरा के अवध सिन्हा, ठाकुरराम साहू, मालगांव के राजाराम यादव, जितेन्द्र निषाद मवेशी मालिकों और किसानों ने गौठान निर्माण पर खुशी जताते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ शासन की एक दूरदर्शी योजना है।