बेरोजगार भूविस्थापितों ने वैकल्पिक रोजगार को लेकर किया गेवरा खदान के कोयला सरफेस व मिट्टी कार्य को बंद

दीपका। आज बेरोजगार भूविस्थापितों ने एसईसीएल गेवरा कोयला खदान को लगभग 2 घंटे तीन सावेल एक ड्रिल मशीन अनेक डंपर को अवरुद्ध किया गया वैकल्पिक रोजगार को लेकर बेरोजगार भूविस्थापित अपने रोजगार के लिए एसईसीएल की कोयला खदान गेवरा में सुबह 8 बजे से 10 बजे तक लगभग 2 घंटे कोयला खदानों के मिट्टी तथा कोयला सरफेस के कामों को बंद करा दिया गया ।
समाज सेवी मनीराम भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 1 वर्ष पूर्व गेवरा खदान के मुहाने पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आंदोलन किया गया था जिसमें एसईसीएल के परियोजना अधिकारी सत्यपाल भाटी और अन्य अधिकारियों के समक्ष मांगों को लेकर सहमति बनाई गई थी जिसमें वैकल्पिक रोजगार के लिए जिन बेरोजगार भूविस्थापितों की बीटीसी नहीं हुआ है उनका बीटीसी प्रशिक्षण कराया जाएगा तत उपरांत कोयला खदान क्षेत्रों में और छोटे- बड़े निजी कंपनियों में बेरोजगार भूविस्थापितों को नियोजित किया जाएगा कह के आंदोलन को स्थगन कराया गया था साथ ही साथ अमगांव के जोकाहीडबरी के 111 आश्रित परिवारों की मकानों के नापी सर्वे का भुगतान 1 माह के भीतर कर दिया जाएगा कह के ऐसा एसईसीएल प्रबंधन से समझौता हुआ था और 300 बेरोजगार भूविस्थापितों की बीटीसी प्रशिक्षण कराया गया था लेकिन 1 वर्ष से ज्यादा होने के बावजूद भी आज पर्यंत तक बेरोजगार भूविस्थापितों की वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा नहीं कराया गया और ना ही अमगांव के 111 आश्रित परिवारों की मकानों की मुआवजा राशि का भुगतान हुआ भूविस्थापितों में गहरी नाराजगी है उन्होंने कहा कि आज लगभग 2 घंटे गेवरा खदान के कार्य स्थल पर पहुंचकर खनन व मिट्टी के कार्य को बंद कराया गया पूर्व में लिए गए निर्णय के अनुसार बेरोजगार भूविस्थापितों की वैकल्पिक रोजगार और अमगांव जोकाहीडबरी के 111 परिवारों की मुआवजा भुगतान को एसईसीएल गेवरा प्रबंधन नजरअंदाज करती है तो मजबूरनवश कोविड-19 के गाइडलाइन के नियमों को पालन करते हुए अन्य प्रकार की आंदोलन की शुरुआत किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदार एसईसीएल प्रबंधन की होगी ।
बंद की सूचना मिलते ही गेवरा के परियोजना अधिकारी सत्यपाल भाटी मौके पर पहुंचकर बेरोजगार भूविस्थापितों को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया परियोजना अधिकारी के द्वारा कहां कि वैकल्पिक रोजगार के लिए प्रथम प्राथमिकता बेरोजगार भूविस्थापितों को दिया जाएगा और इसकी शुरुआत 8 बेरोजगार भूविस्थापितों को तत्काल बहाल कर दो-दो दिन के अंतराल में चार-चार बेरोजगार भूविस्थापितों को लिया जाएगा साथ में अमगांव के 111 भूविस्थापितों की मुआवजा राशि को एसईसीएल भू-राजस्व नोडल अधिकारी से जानकारी लेकर तत्काल भुगतान कराया जाएगा तब कहीं जाकर भूविस्थापितों ने बंद किए खनन कार्य को शुरू करने दिया।