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बलौदा बाजार विधान सभा सीट बचाने जोगी पार्टी कर रही है हर संभव परियास

छत्तीसगढ़ में ‘सीमेंट हब’ के नाम से मशहूर बलोदा बाज़ार पर विधानसभा चुनाव के दौरान हर किसी की नज़रें होती हैं. वैसे ये सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है, लेकिन पिछले चार चुनावों की बात करें तो यहां दो बार कांग्रेस एक बार बीजेपी और एक बार जनता कांग्रेस पार्टी का विधायक चुना गया है । हालांकि इस बार यहां मामला कुछ रोचक होने वाला है। आज फोर्थ आई न्यूज आपको इसी विधानसभा का राजनीतिक इतिहास बताने जा रहा है ।

पिछले विधानसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले ही बलोदा बाज़ार को जिला बनाया गया था. इसके अंतर्गत चार विधानसभा सीटें आती हैं. और अगर बात बलोदा बाजार विधानसभा सीट की करें, तो यहां वोटर नेताओं के साथ लुका-छिपी का खेल खेलते रहे हैं.
शुरूआत साल 2003 से ही करते हैं, उस वक्त बलौदा बाजार विधान सभा क्षेत्र में कुल 156327 मतदाता थे। वैध मतों की कुल संख्या 115266 थी। इस सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार गणेश शंकर वाजपेयी जीते और विधायक बने। उन्हें कुल 23642 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार विपिन बिहारी वर्मा कुल 23333 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वे महज 309 वोटों से हार गए।
अपनी इस छोटी हार का बदला भाजपा ने अगले चुनाव में ले लिया, और साल 2008 में ये सीट अपने नाम कर ली. 2008 में बलौदा बाजार विधान सभा क्षेत्र में कुल 202015 मतदाता थे। कुल वैध मतों की संख्या 135906 रही। इस सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी लक्ष्मी बघेल जीतकर विधायक बनीं। उन्हें कुल 56788 वोट मिले। वहीं सिटिंग एमएलए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार गणेश शंकर बाजपेयी कुल 51606 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वे 5182 मतों से हार गए।

भाजपा ने साल 2008 में ये चुनाव तो जीत लिया लेकिन वो अपनी जीत को बरकरार नहीं रख पाई और सिटिंग एमएलए को हार का मुंह देखना पड़ा । साल 2013 में बलौदा बाजार विधान सभा क्षेत्र में कुल 227667 मतदाता थे। वैध मतों की कुल संख्या 176373 थी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार जनक राम वर्मा जीते और इस सीट से विधायक बने। उन्हें कुल 76549 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार लक्ष्मी बघेल कुल 66572 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। वे 9977 वोटों से हार गईं।

2018 के पिछले चुनाव में तो इस विधानसभा क्षेत्र की जनता ने भाजपा और कांग्रेस दोनों को ही नकार दिया, कांग्रेस से अलग होकर चुनावी मैदान में कूदे अजीत जोगी की पार्टी ने जिन चंद सीटों पर चुनाव जीता उनमें एक बलोदा बाजार की भी भी रही ।
2018 में बलौदा बाजार विधान सभा क्षेत्र में कुल 257083 मतदाता थे । कुल वैध मतों की संख्या 195692 थी। इस सीट से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रत्याशी प्रमोद कुमार शर्मा जीते और विधायक बने। उन्हें कुल 65251 वोट मिले। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार जनक राम वर्मा कुल 63122 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वे 2129 मतों से हार गए। जबकि इस बार इस विधासभा में भाजपा तीसरे नंबर पर पहुंच गई ।
कुल मिलाकर देखा जाए तो बलोदा बजार विधानसभा का वोटर पारंपरिक रूप से कांग्रेस के साथ ही खड़ा दिखाई देता है, लेकिन परिस्थियों के हिसाब से यहां की जनता अपना मूड भी चैंज करती रहती है । तो आप इस बार क्या कहेंगे, यहां किस पार्टी को जीत मिलने जा रही है ।

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