छत्तीसगढ़ में बिजली हुई महंगी: अगस्त से हर यूनिट पर 10–20 पैसे ज्यादा, घरेलू–किसान–कॉमर्शियल सब पर असर

रायपुर। छत्तीसगढ़ के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को अगस्त से बढ़ी हुई दरों पर बिल चुकाना होगा। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने 11 जुलाई को नया टैरिफ जारी कर दिया है। इसके तहत घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 10–20 पैसे तक अतिरिक्त देना पड़ेगा। किसानों और कॉमर्शियल उपभोक्ताओं पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, हालांकि अधिकारियों के मुताबिक बीपीएल और कृषि उपभोक्ताओं के लिए बढ़ोतरी अपेक्षाकृत कम रखी गई है।
4550 करोड़ के घाटे का हवाला
बिजली वितरण कंपनी CSPDCL ने आयोग को बताया कि उसे 4550 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। इसकी भरपाई के लिए दरें बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया था। कंपनी ने तर्क दिया कि लाइन लॉस और बिजली चोरी जैसे कारणों से राजस्व में भारी नुकसान हो रहा है। छत्तीसगढ़ में फिलहाल 65 लाख से ज्यादा उपभोक्ता हैं।
20 जून से चली थी कवायद
बिजली दर बढ़ाने की प्रक्रिया 20 जून से शुरू हुई थी। नियामक आयोग ने जनसुनवाई के लिए लोगों को बुलाया था। उस दौरान कांग्रेस नेताओं ने दफ्तर में जमकर प्रदर्शन भी किया। जनसुनवाई में उपभोक्ताओं, किसानों और बिजली कंपनी के अधिकारियों की दलीलें सुनने के बाद आयोग ने यह दरें बढ़ाने का फैसला किया।
कॉमर्शियल पर ज्यादा असर, किसानों को थोड़ी राहत
अधिकारियों के मुताबिक नया टैरिफ बीपीएल और कृषि उपभोक्ताओं पर न्यूनतम असर डालेगा। लेकिन कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को सबसे ज्यादा बढ़ा हुआ शुल्क देना होगा। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए भी हर यूनिट 10–20 पैसे महंगी पड़ेगी।
कब से लागू होगा नया टैरिफ?
आयोग ने नई दरें जारी कर दी हैं और बिजली कंपनी ने इसे 1 जुलाई से लागू करने की तैयारी की है। यानी अगस्त से आने वाले बिजली बिल बढ़े हुए दर पर बनकर उपभोक्ताओं के पास आएंगे।