नई दिल्ली : 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में 5 बार की वर्ल्ड चैंपियन एमएस मैरी कॉम ने गोल्ड मेडल जीतकर एक बार फिर बता दिया कि अब भी उनके पंचेज का जवाब नहीं है। 35 साल की महिला बॉक्सर ने 45-48 किग्रा वेट कैटगिरी के फाइनल मुकाबले में नॉर्दर्न आयरलैंड की क्रिस्टीना ओहारा को 5-0 से हराया। लंदन ओलिंपिक-2012 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली मैरी कॉम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बॉक्सर बन गई हैं।
यह भारत का 18वां गोल्ड मेडल रहा। पूरे मैच के दौरान मैरी कॉम ने बढ़त बनाए रखी। गोल्डन फाइट में मैरी कॉम ने शुरुआत में बचाव किया, लेकिन पहले राउंड के आखिरी में उन्होंने जोरदार पंच लगाते हुए किस्टीना के खिलाफ लगातार पॉइंट्स हासिल किए। इसके बाद दूसरे राउंड में तो वह काफी आक्रामक हो गई थीं। इस दौरान वह फुटवर्क के साथ-साथ अपने बाएं हाथ का बेहतरीन इस्तेमाल कर रही थीं। उनके लेफ्ट हुक के आगे नॉर्दर्न आयरलैंड की बॉक्सर असहाय नजर आई।
ओहारा के पास मैरीकॉम के दमदार पंच और फिटनेस का जवाब नहीं था। मैरीकॉम ने मुकाबले को लगभग एकतरफा बना दिया। 5 महीने पहले एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली मैरीकॉम ने जनवरी में इंडिया ओपन जीता था। उन्होंने बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नमेंट में भी रजत पदक जीता था।
रियो ओलिंपिक के लिए करने में जब मैरी असफल रहीं तो किसे उम्मीद थी कि वह कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बॉक्सर बनेंगी। लेकिन, अब कहा जा सकता है कि सुपर मॉम मैरी के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। वह कुछ भी करने में सक्षम हैं।
इस जीत के बाद भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ट्वीट कर भारतीय बॉक्सर को बधाई दी। उन्होंने लिखा- मैरी कॉम आपको बधाई हो। आप मणिपुर और भारत की आइकन हैं। हर पंच के साथ आप हमें गौरवान्वित करती हैं। वहीं, वीरेंदर सहवाग ने लिखा- मैरी कॉम आपको बधाइयां। आप हमारी प्रेरणा स्त्रोत हैं।
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