छत्तीसगढ़

व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र निर्माण सम्भव: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

व्यक्तित्व विकास, भारत की गौरवशाली परम्परा, भारतीय संस्कृति, भारतीय सभ्यता एवम खेल कूद व्यायाम के माध्यम से सर्वांगीण विकास के लिए सरस्वती शिशु मंदिर माचाडोली में बाल शिविर का आयोजन सम्पन्न हुआ। शिविर मे माचाडोली के प्रमुख नागरिकों के सहयोग से भोजनादी कि पूरी व्यवस्था की गई व योग के शिक्षकों द्वारा खेल कूद व्यायाम का प्रशिक्षण दिया गया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित बालवर्ग का उद्देश्य यह कि व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र निर्माण सम्भव है। जो संस्कार बचपन से होते हैं वही लंबे समय तक स्थाई बने रहते हैं बाल्यावस्था में ही देशभक्ति, अनुशासन एवं कत्र्तव्य निष्ठा जैसे संघ के संस्कार स्थाई रूप से हो। इस हेतु बाल शिविर का आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा पोंड़ी खण्ड में किया गया। जिसमें पोंड़ी विकास खण्ड में लगभग 170 बाल स्वयंसेवको ने हिस्सा लिया। इस शिविर में विभिन्न क्षेत्रों से आए स्वयंसेवकों को सुभाषित गीत, अमृत वचन प्रेरक कहानी महापुरुषों और देश के वीरों के प्रसंग, देश की प्रमुख नदियों पर्वतों उसके अलावा संस्कृति और परंपरा, लोकाचार के बारे में सहजता पूर्वक जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने इस दौरान मनोरंजक खेल और इसके जरिए, बेहतर समझ पैदा करने वाली दृष्टि भी प्रदान की। बच्चों ने पूरे मनोयोग के साथ इस शिविर में अपनी भागीदारी की और समापन से पहले संकल्प लिया कि वे यहां से मिली शिक्षा को व्यवहार में उतारने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगे।

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