
रायपुर। बीजापुर के इंद्रावती नेशनल पार्क में सुरक्षाबलों का नक्सल विरोधी ऑपरेशन निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। 7 जून को ऑपरेशन के तीसरे दिन, जवानों ने दो और नक्सलियों को ढेर कर दिया, जिनके पास से ऑटोमैटिक हथियार बरामद हुए हैं। लगातार तीन दिन से जारी इस मुठभेड़ में अब तक कुल चार नक्सली मारे जा चुके हैं, जिनमें दो टॉप कमांडर शामिल हैं।
अब तक के ऑपरेशन में क्या हुआ?
5 जून: एक करोड़ का इनामी नक्सली सुधाकर मारा गया। यह नक्सलियों के शिक्षा विभाग का प्रभारी था और आंध्र प्रदेश के चिंतापालुदी गांव का निवासी था।
6 जून: भास्कर, 45 लाख का इनामी नक्सली, एनकाउंटर में ढेर। वह मंचेरियल कोमाराम भीम डिविजनल कमेटी का सदस्य और सचिव था। गोलीबारी में उसके शव के साथ हथियार भी बरामद हुए।
7 जून: दो और नक्सली मारे गए, जिनके पास से आधुनिक हथियार जब्त किए गए।
सरेंडर की लहर: दंतेवाड़ा में 7 नक्सली मुख्यधारा में लौटे
इस ऑपरेशन के समानांतर दंतेवाड़ा से एक और बड़ी खबर सामने आई है। यहां दो इनामी नक्सलियों समेत सात नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें शामिल हैं:
जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी, दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम,भोजा राम माड़वी, लखमा उर्फ सुती उर्फ लखन मरकाम, रातू उर्फ ओठे कोवासी, सुखराम पोड़ियाम और पंडरू राम पोड़ियाम।
गोलीबारी जारी, ऑपरेशन में बड़े नक्सली नेता भी संभावित
मुठभेड़ अभी भी खत्म नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि मौके पर तेलंगाना स्टेट कमेटी के प्रेस प्रभारी बंडी प्रकाश समेत कई बड़े नक्सली भी मौजूद हो सकते हैं। शुरुआती फायरिंग उस वक्त शुरू हुई जब सर्चिंग पर निकली फोर्स पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया। जवाब में जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जबरदस्त कार्रवाई की।
बीजापुर और दंतेवाड़ा में चल रही ये संयुक्त कार्रवाइयाँ सुरक्षाबलों की मजबूत रणनीति और जमीनी पकड़ का नतीजा हैं। एक ओर ऑपरेशन में टॉप लीडरशिप को निशाना बनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सरेंडर कर रहे नक्सलियों की संख्या भी बढ़ रही है—जो संकेत है कि संगठन के भीतर हड़कंप मचा हुआ है।
आने वाले दिनों में इस ऑपरेशन के और भी बड़े परिणाम सामने आने की उम्मीद की जा रही है।