
रायपुर। रायपुर से खबर है, जहां इस बार भी गुरु पूर्णिमा का पर्व पूरी आस्था और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सुबह की पहली किरण के साथ ही शहर के प्रसिद्ध दूधाधारी मठ में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई अपने गुरु के चरणों में सिर झुकाकर आभार जता रहा है।
सूबे के कोने-कोने से लोग रायपुर के इस ऐतिहासिक मठ में पहुंचे हैं। कहीं नारियल चढ़ाया जा रहा है, तो कहीं पुष्पांजलि अर्पित हो रही है। कई लोग यहां गुरु दीक्षा लेने भी आए हैं। श्रद्धा और भक्ति का ऐसा संगम एक लंबे वक्त बाद देखने को मिला है।
मठ परिसर में खास पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया है। जानकारी के मुताबिक, दोपहर 11 से 12 बजे के बीच भगवान की विशेष आरती और गुरु पूजन की व्यवस्था की गई है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेने पहुंचे हैं।
एक स्थानीय श्रद्धालु ने बताया कि वे हर रविवार यहां दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन गुरु पूर्णिमा पर पूरे परिवार के साथ गुरुजी का आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं। वहीं, जांजगीर से आए एक भक्त ने कहा कि वे पिछले 10 वर्षों से मठ से जुड़े हैं और यह स्थान उन्हें ऊर्जा और मानसिक शांति प्रदान करता है।
गुरु का महत्व बताते हुए कई श्रद्धालुओं ने कहा – गुरु ही जीवन में सच्चे मार्गदर्शक होते हैं। वे न सिर्फ आध्यात्मिक बल देते हैं, बल्कि मुश्किल वक्त में सहारा भी बनते हैं।
गौरतलब है कि गुरु पूर्णिमा, आषाढ़ माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इसे महर्षि वेदव्यास की जयंती के रूप में भी जाना जाता है, जिन्होंने चारों वेदों का संकलन कर मानवता को आध्यात्मिक ज्ञान का मार्ग दिखाया।
मठ प्रबंधन के अनुसार, दिनभर अलग-अलग सत्रों में भजन, सत्संग और दीक्षा कार्यक्रम चलेंगे। सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस बल भी तैनात किया गया है और श्रद्धालुओं के लिए पानी, प्रसाद और बैठने की व्यवस्था की गई है। तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जहां भक्तों की लंबी कतारें, भक्ति गीतों की गूंज और हर चेहरे पर श्रद्धा का उजाला साफ देखा जा सकता है।