
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रविवार की एक खुशगवार दोपहर देखते ही देखते एक दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गई। रेलवे के कंस्ट्रक्शन विभाग में कार्यरत 30 वर्षीय जूनियर इंजीनियर सत्येंद्र सिंह कंवर दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने कोटा के घोंघा जलाशय स्थित कोरी डैम पहुंचे थे। मस्ती और हंसी-ठिठोली के बीच किसी ने सोचा भी नहीं था कि शाम तक सब कुछ बदल जाएगा।
दोपहर में सभी दोस्त डैम में नहाकर बाहर आ चुके थे, लेकिन शाम को सत्येंद्र फिर से कुछ दोस्तों के साथ पानी में उतरे। इसी दौरान वह गहराई में समा गया। साथियों ने चीख-पुकार मचाई, एक दोस्त ने तैरकर उसे खोजने की कोशिश भी की, लेकिन सब नाकाम रहा।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और SDRF की टीम मौके पर पहुंची और देर रात तक तलाश जारी रही। मगर अंधेरे और गहराई के कारण सफलता नहीं मिल सकी।
सोमवार सुबह जब रेस्क्यू टीम फिर से मौके पर पहुंची, तो सत्येंद्र का lifeless शरीर पानी में तैरता मिला। उनके जाने से न केवल परिवार, बल्कि साथी और विभाग के लोग भी गहरे सदमे में हैं।
सत्येंद्र मूल रूप से अंबिकापुर के रहने वाले थे। रेलवे में एक होनहार इंजीनियर के तौर पर उनका भविष्य उज्ज्वल था, लेकिन एक चूक ने सब कुछ खत्म कर दिया।
पिकनिक की खुशियां एक पल में मातम में बदल गईं — यह हादसा न केवल दोस्तों के लिए, बल्कि उन सभी के लिए एक चेतावनी है, जो बेफिक्री में सुरक्षा भूल बैठते हैं।