
रायपुर : स्थित भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका मजदूरों और अन्य श्रमिकों तथा उनके परिवारों को भी भिलाई संयंत्र के नियमित श्रमिकों की तरह वहां के सेक्टर-9 अस्पताल में कैशलेस इलाज की सुविधाएं मिलेंगी। श्रम विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि यह निर्णय मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह की उपस्थिति में कल सेक्टर-9 अस्पताल परिसर में आयोजित बैठक में लिया गया। भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत लगभग 21 हजार ठेका मजदूरों और अन्य मजदूरों तथा उनके परिवारों को इस निर्णय का लाभ मिलेगा, जो कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत पंजीकृत हैं।
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उन्हें भिलाई इस्पात संयंत्र के अस्पताल में कैशलेस आधार पर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी। केन्द्रीय इस्पात मंत्री ने संयंत्र प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों को इस निर्णय का गंभीरता से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि भिलाई संयंत्र में दो दिन पहले पाईप लाइन मरम्मत के दौरान हुए हादसे में 11 श्रमिकों की मृत्यु हो गई थी और कई घायल हो गए थे।
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केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ कल वहां के सेक्टर-9 स्थित अस्पताल पहुंचकर घायलों की चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया और अस्पताल परिसर में ही बैठक लेकर इस्पात संयंत्र के नियमित श्रमिकों, ठेका श्रमिकों तथा अन्य मजदूरों की चिकित्सा संबंधी जरूरतों के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने हादसे पर गहरा दु:ख व्यक्त किया।
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केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ सरकार के राजस्व तथा आपदा प्रबंधन मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, राज्य सरकार की मुख्य कारखाना निरीक्षक तथा श्रम विभाग की विशेष सचिव सुआर. शंगीता और भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन सहित अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।