रायपुर : छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में एक नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराने वाले पुलिस टीम को दुर्ग आईजी जीपी सिंह ने एक लाख रुपए का नगद ईनाम से पुरस्कृत किया है। साथ ही वीरता का परिचय देने वाले पुलिस कर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने एवं गैलेन्ट्री मैडल की पुलिस मुख्यालय से सिफारिश भी की है। आईजी ने बताया कि भविष्य में भी सफल नक्सल अभियानों में सुरक्षा बल के जवानों को इसी प्रकार से पुरस्कृत किया जायेगा।
आईजी जीपी सिंह ने एक लाख पुरस्कृत किया
आईजी श्री सिंह ने घटना के संबंध में मीडिया को बताया कि थाना तरेगांव क्षेत्रान्तर्गत नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी, एसटीएफ व सीएएफ की संयुक्त टीम को रवाना किया गया था। पुलिस पॉर्टी ग्राम धुमाछापर के जंगल में पहुॅंची ही थी, तभी पहले से एम्बुश में बैठे नक्सलियों ने पुलिस पॉर्टी पर अंधाधुंध फायरिंग की। पुलिस द्वारा साहस का परिचय देते हुये एम्बुश तोडक़र जवाबी कार्यवाही की गई तथा फायरिंग बंद होने पर इलाके की सर्चिंग की गई, जहां एक पुरूष नक्सली मृत पाया गया।
नक्सलियों ने पुलिस पॉर्टी पर अंधाधुंध फायरिंग की
जिसके पास से एक 315 बोर इन्डियन ऑर्डिनेन्स मेक रायफल मय कारतूस, दैनिक उपयोग की सामाग्री तथा नक्सली दस्तावेज बरामद हुआ है। वहीं घटना स्थल पर खून के छीटे व घसीटे जाने के निशान भी मिले है जिससे संभावना जतायी जा रही है कि कुछ नक्सली घायल भी हुए है। आईजी ने कहा कि कबीरधाम जिले में हुई इस मुठभेड़ से नक्सलियों के रेड (महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़) कारिडोर निर्माण की योजना को बहुत बड़ा धक्का लगा है।