छत्तीसगढ़रायपुर

रायपुर : परमात्मा को अपना दोस्त बनाकर उनसे मन की बातें करें : ब्रह्माकुमारी दीदी

रायपुर :  राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी प्रभाती दीदी ने कहा कि परमात्मा को हम अपना सच्चा दोस्त बना लें। उन्हें अपना दोस्त बनाकर अपना सुख-दु:ख बाँटें। तनाव ग्रस्त होने पर उन्हें अपने मन की बातें कहकर हल्के हो जाएं। परमात्मा को अपना हमसफर बनाएं। इसके अलावा आप उन्हें पत्र लिखकर ब्रह्माकुमारी संस्थान में रखे विशेष बाक्स में भी डाल सकते हैं।
ब्रह्माकुमारी प्रभाती दीदी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा चौबे कालोनी में आयोजित समर कैम्प में खुदा दोस्त पर विषय पर बोल रही थीं।

तनाव ग्रस्त होने पर उन्हें अपने मन की बातें कहकर हल्के हो जाएं

उन्होंने बच्चों को बड़े ही सरल ढंग से परमात्मा का यथार्थ परिचय देते हुए बतलाया कि परमात्मा का कर्तव्यवाचक नाम शिव है, जिसका अर्थ कल्याणकारी होता है। उनका रूप अतिसूक्ष्म ज्योतिबिन्दु स्वरूप और निवास स्थान परमधाम है। उनका कोई शारीरिक आकार नहीं है। इसीलिए उन्हें हम शरीर धारियों की तुलना में निराकार कहा जाता है। वह जन्म-मरण से न्यारे हैं। हमारे देश में स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग भी उन्हीं की यादगार में बनाए गए हैं। पहले जमाने में शिवलिंग हीरे के बनाए जाते थे।

उनका रूप अतिसूक्ष्म ज्योतिबिन्दु स्वरूप और निवास स्थान परमधाम है

उन्होंने बतलाया कि परमात्मा के इस स्वरूप को सभी धर्मों में मान्य किया गया है। हिन्दू धर्म में ज्योतिस्वरूप परमात्मा शिव की निराकार प्रतिमा सारे विश्व में शिवलिंग के रूप में देखने को मिलती है, ज्योतिस्वरूप होने के कारण उन्हें ज्योतिर्लिंग भी कहा जाता है। मुस्लिम धर्म के अनुयायी उन्हे नूर-(अर्थात ज्योति)-ए-इलाही, इसाई धर्म को मानने वाले परमात्मा को दिव्य ज्योतिपुंज मानते हैं, सिख धर्म के अनुगामी उन्हे एक ओंकार निराकार कहकर उनकी महिमा करते हैं।

हिन्दू धर्म में ज्योतिस्वरूप परमात्मा शिव की निराकार प्रतिमा सारे विश्व में शिवलिंग के रूप में देखने को मिलती है

ज्योतिस्वरूप परमात्मा की याद में हरेक महत्वपूर्ण अवसरों पर ज्योति जलाने की प्रथा है।ब्रह्माकुमारी प्रभाती दीदी ने बाद में राजयोग के माध्यम से परमात्मा से सम्बन्ध जोडऩे की विधि बतलाते हुए मेडिटेशन का अभ्यास भी बच्चों को कराया। उन्होंने बतलाया कि रात्रि में सोने के पहले अपने मन की सारी बातें परमात्मा से करके सो जाएँ तो इससे मन का बोझ हल्का हो जाएगा और सुबह तरोताजा रहेंगे। यह बात बच्चों को बहुत पसन्द आयी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button