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रायपुर सूटकेस मर्डर केस सुलझा: प्रॉपर्टी विवाद में किशोर की हत्या, 48 घंटे फ्लैट में सड़ी रही लाश, फिर पेटी में सीमेंट भरकर झाड़ियों में फेंका

पुलिस ने दंपति सहित चार आरोपियों को किया गिरफ्तार

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मिले सूटकेस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। दिल दहला देने वाली इस वारदात को आरोपी पति-पत्नी ने मिलकर अंजाम दिया था। किशोर की हत्या 21 जून को की गई, लेकिन लाश को 23 जून तक फ्लैट में ही रखा गया। जब बदबू असहनीय होने लगी, तब शव को सीमेंट से भरी पेटी में भरकर कॉलोनी के पीछे झाड़ियों में फेंक दिया गया।

ऐसे रची गई मर्डर की साजिश

पुलिस के मुताबिक, मृतक किशोर पैकरा और आरोपी अंकित शर्मा की पहचान साल 2018 से थी। किशोर ने अंकित की मदद से मढ़ी गांव की जमीन 30 लाख रुपये में बेची थी, जिसमें से अंकित को 2 लाख रुपये की दलाली मिली थी। बाद में कुछ विवादित जमीनों के सौदे के नाम पर अंकित ने किशोर से कोर्ट-कचहरी में खर्च बताकर 10 लाख रुपये और ले लिए। जब जमीनें नहीं बिक पाईं, तो किशोर ने पैसे वापस मांगने शुरू किए। साथ ही उसके पास बचे 18 लाख रुपये भी अंकित की नजर में आ चुके थे।

आरोपी अंकित ने ये बात अपनी पत्नी शिवानी शर्मा को बताई। पहले तो पत्नी ने विरोध किया, लेकिन बार-बार कहने और प्लानिंग समझाने पर वह तैयार हो गई। दोनों ने हत्या के लिए रायपुर के इंद्रप्रस्थ फेस-2 में किराए पर फ्लैट लिया और पूरी योजना को अंजाम देने की तैयारी कर ली।

ऐसे की गई हत्या

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21 जून को अंकित ने किशोर को बहाने से अपने फ्लैट पर बुलाया। कहा गया कि उसके पुराने घर की सफाई चल रही है, तब तक यहीं ठहर जाए। फ्लैट पर किशोर को नहलाया गया, फिर पोहा बनाकर खिलाया गया। नाश्ते के बाद किशोर जब सुस्ताने लगा, तभी आरोपी अंकित ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इस दौरान पत्नी शिवानी मृतक का पैर पकड़े रही। हत्या के बाद चाकू से भी किशोर की गर्दन पर वार किया गया।

48 घंटे लाश फ्लैट में रही, फिर लाए पेटी और सीमेंट

प्लानिंग थी कि हत्या के बाद शव को सूटकेस में डालकर ठिकाने लगाया जाएगा, लेकिन खून फैलने के कारण सूटकेस गंदा हो गया। अगले दिन आरोपी एक बड़ी पेटी और सीमेंट खरीदकर लाए। शव को प्लास्टिक में लपेटकर पेटी में डाला गया और ऊपर से सीमेंट भर दिया गया, ताकि दुर्गंध न फैले।

दो युवकों की मदद से शव को ठिकाने लगाया

इसके बाद अंकित ने अपने दो परिचितों विनय यदु और सूर्यकांत यदु को भरोसे में लेकर हत्या की जानकारी दी और उनसे मदद मांगी। दोनों की मदद से शव वाली पेटी को लिफ्ट से नीचे लाया गया और कार में रखकर इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के पीछे झाड़ियों में फेंक दिया गया।

गिरफ्तारी और जांच की दिशा

पुलिस को घटना के बाद इलाके में लावारिस पेटी की सूचना मिली। पेटी की पहचान होते ही पुलिस इंद्रप्रस्थ कॉलोनी पहुंची, जहां जांच के दौरान वह फ्लैट तक पहुंची जो आरोपी दंपती ने किराए पर लिया था। फ्लैट की मालकिन सितारा बेगम को ऑनलाइन मिले 6,500 रुपए के ट्रांजैक्शन से अंकित की पहचान हो गई।

जल्द ही पुलिस ने पति-पत्नी और दोनों सहायकों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी फरार होकर दिल्ली में किराए पर घर लेने की तैयारी में थे, लेकिन इससे पहले ही उन्हें दबोच लिया गया।

अब पुलिस चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। फ्लैट में सीन रीक्रिएशन और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर चार्जशीट की तैयारी की जा रही है।


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