रायपुर : प्रदेश के आम जनता के सुरक्षा में 24 घंटे अपने को झोक देने वाले पुलिस कर्मियों के आंदोलन को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने अपना समर्थन दिया है।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत डे ने डॉ रमन सिंह से पूछा है कि आम जनता के दु:ख तकलीफो से बेखबर अहंकार में डूबी
मदमस्त सरकार और प्रशासनिक आतंकवाद के मौजूदा दौर में छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार पुलिस के छोटे कर्मचारियों को सर्विस रूल के खिलाफ जाकर परिवार समेत आंदोलन की राह पकडऩे की जरुरत क्यों पड़ी ? प्रदेश सरकार के विफल सूचना तंत्र नक्सली मामलो में तो सुचना इकठ्ठा करने में नाकाम रही किन्तु अब प्रदेश के अपने पुलिस विभाग के छोटे कर्मचारियों के दु:ख तकलीफो की भी सूचना इकठ्ठा नहीं कर सकी
जिसके कारण इन्हे आजादी के बाद पहली बार इन्हे आंदोलन हेतु सपरिवार सडक़ में उतरना पड़ रहा है ? क्या यह सरकार के प्रशासकीय वयस्था के लिये शुभ संकेत है ? जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत डे ने कहा कि सरकार ने समय रहते पुलिस कर्मियों के जरूरतों को समझने में भूल की अब अपनी नाक बचाने के लिये इनके आंदोलन को कुचलना चाहती है।जिसके कारण जगदलपुर सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में पुलिस कर्मियों के परिजन अब आत्महत्या का प्रयास कर रहे है।
पुलिस कर्मियों में बढ़ता असंतोष कही सरकार के लिए घातक न साबित हो जाये। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत डे ने कहा कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पिछले दो वर्षो से नक्सली क्षेत्रों में कार्यरत पुलिस कर्मियों की नक्सली मुड़भेढ़ में मृत्यु होने पर शहीद का दर्जा एवं उनके परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि दिये जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही है,
साथ ही युवा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने पुलिस कर्मियों के 14 सूत्रीय मांग पर दो दिन पूर्व मरीन ड्राइव में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया था और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की प्रदेश में सरकार बनते ही पुलिस कर्मियों के मूलभूत आवश्यकताओ से जुडी तमाम मांग पूरी कर दी जायेगी ।
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