छत्तीसगढ़बड़ी खबरेंराजनांदगांव

राजनादगांव : 16 बंदरों की जहरीले पानी से मौत, खेतों में मिले शव

राजनांदगाव : भीषण गर्मी में बंदरों का एक झुण्ड पानी की तलाश में गाँव के हैंडपम्प पहुँचा। थोड़ी देर गाँव मे उछल कूद करने के बाद दल पानी पीने लगा। फिर अचानक ऐसा हुआ कि वानर दोबारा उठे ही नहीं। वजह था जहरीला पानी था, जिसे पीते ही वानरो की मौत हो गई। ये दिल दहला देने वाली घटना राजनाँदगाँव जिले के डोंगरगढ़ ब्लाक के ग्राम मुढिय़ा के कोटरीखार की है।

वजह था जहरीला पानी था, जिसे पीते ही वानरो की मौत हो गई

दरअसल, इस पूरी घटना पर वन विभाग व पुलिस प्रशासन ने बंदरों के मौत का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के आला अफसर स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ भी कर रही है। ये दिल दहला देने वाली घटना जिसने भी सुनी वो अवाक रह गया। बहरहाल, वन विभाग ने मृत सभी 16 बंदरों का पोस्टमार्टम कर दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।ग्राम मुढिय़ा के कोटरीखार में हैंडपंप के अगलबगल बनाए गए प्लेटफार्म में पानी जमा हुआ था। उसी बीच वानरों का दल आसपास उछल कूद करते हुए लगभग 16 वानर एक साथ गाँव मेआए थे।

वन विभाग ने मृत सभी 16 बंदरों का पोस्टमार्टम कर दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है

भीषण गर्मी के कारण प्यास लगने पर वानरों के झुंड ने पानी को पिया। थोड़ी देर बाद वानर तड़पने लगे और उनके मुँह से खून निकलने लगा और वे धीरे-धीरे दम तोडऩे लगे। इसके बाद बंदरो का मृत शरीर खेत में इधर-उधर पड़े देख ग्रामीण भी घबरा गए। उन्होंने आसपास पूछताछ की तो पता चला कि सभी ने हैंडपम्प का पानी पिया था ग्रामीणों को माजरा समझने में देर नही लगी। हैंडपंप के समीप एकत्र पानी में बंदरों को मारने के लिए जहर मिलाने की आशंका भी जताई जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button