राजनांदगांव: भाजपा ने उतारा कमजोर प्रत्याशी ?
चुनावी विगुल बज चुका है, अब कांग्रेस और भाजपा ने अपने स्तर से जीत के लिए, जी तोड़ कोशिशें भी शुरू कर दी हैं, आज हम छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव लोकसभा सीट के बारे में बात करने जा रहे हैं, यहां पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक भोलाराम साहू, तो भाजपा ने संतोष पांडे को मैदान में उतारा है, ये दोनों ही प्रत्याशी पहली बार आमने सामने होंगे,
पहले बात भोलाराम साहू की करते हैं…भोलाराम साहू दो बार विधायक रहे चुके हैं, पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनकी टिकट काट दी थी और यहां पर छन्नी साहू को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया था, हालांकि साल 2003 में चुनाव हारने के बाद भोलाराम साहू लगातार दो बार जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे, बावजूद इसके उनकी टकट कटने की चर्जाएं चुनाव के दौरान जोरों पर रहीं, लेकिन अब, जब पार्टी ने उन्हें लोकसभा का टिकट दिया है तो भोलाराम साहू, कहते हैं, कि पार्टी ने शायद उनके लिए बड़ा सोचा था, लिहाजा लोकसभा टिकट दिया गया ।
इधर बात अगर भाजपा प्रत्याशी की करें, तो भाजपा ने यहां से संतोष पांडे को अपना उम्मीदवार बनाया है, मौजूदा वक्त में वे भाजपा के प्रदेश महामंत्री हैं, वे जिलास्तर पर भी पार्टी के अलग-अलग पदों पर रह चुके हैं, हालांकि वे अबतक कोई बड़ा चुनाव नहीं लड़े हैं, बावजूद इसके भाजपा ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है, आपको बता दें कि पिछली बार भाजपा ने राजनांदगांव के महापौर और तत्कालीन सांसद रहे मधूसुदन यादव का टिकट काटकर, पूर्व सीएम रमनसिंह के बेटे अभिषेक सिंह को टिकट दिया था, और मौजूदा सांसदों के टिकट न देने की घोषणा के बाद माना जा रहा था, कि भाजपा मधुनसुदन यादव को टिकट दे सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और भाजपा ने ऐन वक्त पर संतोष पांडे को टिकट दे दिया, हालांकि संतोष पांडे को भोलाराम साहू के मुकाबले कमजोर प्रत्याशी माना जा रहा है, जिससे कांग्रेस की बांछे खिली हुई हैं, और वो अपनी जीत सुनिश्चित मानकर चल रही है.. तो सवाल है कि क्या वाकई भाजपा ने कमजोर प्रत्याशी को टिकट दी है….जवाब आप भी नीचे कमेंट कर दे सकते हैं ।
https://www.youtube.com/watch?v=UEjZ3WiHXqc