UN के मंच से भारत की मांग को मिला वैश्विक समर्थन, सुरक्षा परिषद में सुधार की आवाज़ बुलंद

संयुक्त राष्ट्र के सबसे बड़े मंच पर आज एक ऐसी आवाज़ गूंज रही है, जो बरसों से बदलाव की पुकार कर रही थी — और वो आवाज़ है भारत की। भारत ने बार-बार संयुक्त राष्ट्र में सुधार की आवश्यकता को उठाया, खासकर सुरक्षा परिषद में। और अब, इस मांग को केवल भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के कई देश अपना समर्थन दे रहे हैं।
अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और यहां तक कि खुद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी मानते हैं कि सुरक्षा परिषद 1945 की नहीं, 2025 की दुनिया का प्रतिनिधित्व करे।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने भी स्पष्ट किया कि महासचिव सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार के पक्षधर हैं, और भारत को बहुपक्षीय विश्व व्यवस्था में एक अहम आवाज़ के तौर पर देखा जा रहा है।
भारत की इस वर्षों पुरानी मांग को अब नकारा नहीं जा सकता। संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से भारत की भूमिका की सराहना की जा रही है, और कई देश भारत को स्थायी सदस्यता देने की वकालत कर रहे हैं।
हालांकि यह निर्णय अब भी सदस्य देशों के हाथ में है कि सुरक्षा परिषद में किसे स्थायी सदस्यता मिलेगी, लेकिन एक बात तय है — भारत अब पीछे नहीं हटेगा। और अब, दुनिया भी उसके साथ खड़ी है।




