
गरियाबंद : जिले का बारुका ग्राम जो पहाडिय़ों और जंगलों से घिरा होने के कारण प्राकृतिक सुंदरता को लिए हुए है , इस वनांचल में परदेशी के मया ,छैहा भुइया ,मयालेले मयादेदे जैसे अनेक हिट छत्तीसगढी फिल्मों शूटिंग किया गया है ,और पुन: जिले के बारुका ग्राम में भूपेंद्र साहू अपने गीतसंगीत ,डायरेक्शन पटकथा और संवाद के साथ छत्तीसगढी फील्म ठेठवार का शूटिंग प्रारम्भ किये है जिसका मुहूर्त शाट आज बारुका ग्राम से लगे नदी किनारे किया गया
बारुका ग्राम जो पहाडिय़ों और जंगलों से घिरा होने के कारण प्राकृतिक सुंदरता को लिए हुए है
,इस फि़ल्म में छेत्रिय परम्परा के साथ शहरी और ग्रामीण छेत्र का समावेश किया गया है ,जिसमे शहर से एक धनाढ्य परिवार के मवेशियों को लेकर उसका नौकर जंगल मे रहकर मवेशियों को अच्छा चारा खिलाता है उसी से दूध दही निकालकर नजदीक के गाँव मे बेचने जाता है ,जहा कुछ दिन बाद उसी गाव की एक लडक़ी से उस नोकर को मोहब्बत हो जाता है
फि़ल्म में छेत्रिय परम्परा के साथ शहरी और ग्रामीण छेत्र का समावेश किया गया है
परंतु जाती और बड़े छोटे के विरोधी खलनायक के रूप में आते है और हीरो के साथ लड़ाई भी होती है ,अंतत: सामाजिक बंधन से निपटते हुए हीरो की जीत होती है और दोनों प्रेम विवाह में बंध जाते है ।इस फि़ल्म में मुख्य भूमिका संदीप पाटिल ,ऐश्वर्या तिवारी ,जैकी भावसार ,कुलेश्वर ताम्रकार ,रजनीश झाँझि और पप्पू चंद्राकर का रखा गया है ।