धमतरी विधानसभा सीट का विश्लेषण,क्या कांग्रेस लेगी हार का बदला ?
धमतरी विधानसभा सीट

नमस्कार दोस्तों, फोर्थ आई न्यूज़ में आप सभी का स्वागत है। दोस्तों फोर्थ आई न्यूज़ की स्पेशल विधानसभा सीरीज़ में आपने हमसे धमतरी विधानसभा सीट का विश्लेषण करने की डिमांड की थी। और आपकी मांग का सम्मान करते हुए हम आज आपके लिए लेकर आए हैं धमतरी विधानसभा सीट का विश्लेषण। धमतरी हमारे छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक है। धमतरी विधानसभा सीट धमतरी जिले के अंतर्गत आती है। यह धमतरी लोकसभा सीट का हिस्सा है। धमतरी विधानसभा सामान्य सीट है। इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं चुन्नीलाल साहू, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं। उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेसके धनेंद्र साहू को 90511 से हराया था। इस विधानसभा सीट में पिछले सेंसस के मुताबिक वोटरों की कुल संख्या 186160 है।
साल 2003 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के इंद्र चोपड़ा कुल 70 हज़ार 494 वोट मिले थे। कांग्रेस के गुरुमुख सिंह को कुल 56 हज़ार 914 वोट मिले थे। इस तरह 2003 में बीजेपी के इंद्र चोपड़ा जीतकर विधायक बने थे। साल 2008 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के गुरुमुख सिंह जीतकर विधायक बने थे उन्हें 76, हज़ार 746 वोट मिले थे। बीजेपी के विपिन कुमार साहू को कुल 49 हज़ार 739 वोट मिले थे। इसके बाद आया 2013 का विधानसभा चुनाव जिसमें कांग्रेस के गुरुमुख सिंह को कुल 70 हज़ार 960 वोट मिले थे। और बीजेपी के इंद्र चोपड़ा को इस बार हार का सामना करना पड़ा उन्हें कुल 60 हज़ार 460 वोट मिले थे।
पिछले चुनाव साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर अपने सिटिंग एमएलए गुरुमुख सिंह पर फिर से भरोसा करते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतारा वहीं बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बदलते हुए रंजना साहू को टिकट दिया। इस बार कांग्रेस के गुरमुख सिंह को हराते हुए बीजेपी की रंजना साहू ने धमतरी विधानसभा सीट पर कब्ज़ा जमाया। रंजना साहू को 63 हज़ार 198 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के गुरमुख सिंह बेहद कम मार्जिन से पीछे रहे उन्हें 62 हज़ार 734 वोट मिले। 2018 में भारतीय जनता पार्टी से श्रीमती रंजना साहू ने आईएनसी के गुरुमुख सिंह को 1000 वोटों के मार्जिन से हराया था। गुरमुख सिंह दूसरे स्थान पर रहे।
दोस्तों इस बार धमतरी विधानसभा सीट पर किसका कब्ज़ा होगा, यह देखने वाली बात होगी। वैसे इस बार आपको इस विधानसभा क्षेत्र में किसका पलड़ा भारी लगता है ? क्या कांग्रेस दोबारा इस सीट पर कब्ज़ा जमा पाएगी या एक बार फिर बीजेपी बाज़ी मार ले जाएगी ?