बिल्हा को देश का सबसे स्वच्छ छोटा शहर बनाने में निभाई अहम भूमिका, सफाई कर्मियों को किया गया सम्मानित

रायपुर। 20 हजार से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में पहचान बना चुके बिल्हा नगर पंचायत में स्वच्छता अभियान की अहम कड़ी रहे स्वच्छता दीदियों, सफाई मित्रों और स्वच्छता कमांडोज को सम्मानित किया गया। स्थानीय कन्या भवन में आयोजित कार्यक्रम में कुल 28 स्वच्छता दीदियाँ, 20 सफाई मित्र, और 10 स्वच्छता कमांडोज को उनके योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मान मिला।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता में गौरव दिलाने के पीछे सफाई कर्मियों की मेहनत और लगन है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल नगर पंचायत का नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का है जो स्वच्छता के इस अभियान में सहभागी बना। उन्होंने मौके पर सभी को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई और कहा कि यह उपलब्धि बनाए रखने के लिए हर नागरिक को लगातार प्रयास करना होगा।
बिल्हा के विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि यह क्षण बिल्हा के लिए ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल किले से शुरू किए गए स्वच्छता आंदोलन को बिल्हा ने जमीनी हकीकत बना दिया है। वहीं, क्रेडा के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी ने कहा कि स्वच्छता सेवा का भाव है, और बिल्हा की दीदियाँ व मित्र इसे अपने कर्म में बदल चुके हैं।
नगर पंचायत अध्यक्ष वंदना जेण्ड्रे ने कहा कि स्वच्छता दीदियों का कार्य न केवल शहर को सुंदर बना रहा है, बल्कि उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता की राह भी खोल रहा है। नगर के 15 वार्डों में 28 स्वच्छता दीदियाँ ई-रिक्शा से घर-घर कचरा संग्रह करती हैं, जिसे एसआरएलएम सेंटर ले जाकर गीले-सूखे कचरे को अलग किया जाता है। गीले कचरे से खाद बनती है और सूखे कचरे की बिक्री से ये महिलाएं आय अर्जित करती हैं।
इसके अलावा, दस स्वच्छता कमांडोज द्वारा पूरे शहर में स्वच्छता, निगरानी और जन-जागरूकता का कार्य किया जा रहा है।
कार्यक्रम में नगर पंचायत उपाध्यक्ष सतीश शर्मा, सीएमओ प्रवीण गहलोत, जनपद अध्यक्ष राम कुमार कौशिक सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक मौजूद रहे।
बिल्हा की यह उपलब्धि दिखाती है कि समर्पित टीम और जनसहभागिता से छोटे शहर भी राष्ट्रीय मंच पर बड़ी पहचान बना सकते हैं।



