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MP Headlines 21 December 2020: शीतकालीन सत्र में दिखेगा कोरोना का खौफ, बिना रिपोर्ट विधानसभा में नहीं घुस सकेंगे विधायक, पढ़िये सुबह की सुर्खियां

1.MP में 7 दिन बाद शीतकालीन सत्र, कलेक्टर्स से मांगी विधायकों की कोरोना रिपोर्ट

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भोपाल : MP विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 दिसंबर से शुरू हो रहा है। इसके पहले विधानसभा सचिवालय ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों से विधायकों की कोरोना रिपोर्ट मांगी है। इधर, 23 दिसंबर से विधानसभा के अधिकारियों और कर्मचारियों की कोरोना संबंधी जांच शुरू हो जाएगी। जिन विधायकों की जांच जिलों में नहीं हो पाएगी, वे विधानसभा परिसर में जांच करा सकेंगे। अभी सत्र के स्वरूप को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है। इसके लिए कुछ दिन सर्वदलीय बैठक हो सकती है।

2.  विधायकों से बोले शिवराज सिंह-  किसानों को समझाएं मोदी से बड़ा हितैषी और कोई नहीं

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भोपाल: 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि है। इसे सुशासन दिवस के रूप में मनाएंगे। मोदी इसी दिन देश के 9 करोड़ किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि के 18 हजार करोड़ रुपए डालेंगे।

भाजपा के विधायक, सांसद, प्रदेश सरकार के मंत्री और कार्यकर्ता अब किसानों के बीच जाकर उन्हें समझाएंगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़ा उनका कोई हितैषी नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत ने इसी को लेकर रविवार को सभी से वर्चुअली चर्चा की।

सीएम ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के लिए जो काम कर रही है, वह अभूतपूर्व है। यह पहले किसी सरकार ने नहीं किए। यही बात किसानों तक पहुंचानी है।

3. एक साथ ठिठुरा पूरा प्रदेश, बर्फीली हवाओ ने बढ़ाई ठंड

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भोपाल: ऐसा सीजन में पहली बार हुआ। सिवनी को छोड़कर सभी जिलों में रात में पारा 10 डिग्री के नीचे रहा। सिवनी में तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहा। बर्फीली हवा से प्रदेश में ठंड और बढ़ गई। ऐसी कड़ाके की ठंड पड़ी कि राजधानी समेत पूरा प्रदेश ठिठुर गया। इसके अलावा 10 शहरों में तापमान 6 डिग्री से नीचे चला गया। भोपाल में रात का तापमान दूसरे दिन भी सामान्य से 4 डिग्री कम 6.8 डिग्री दर्ज किया गया। उज्जैन में कोल्ड डे रहा। जबलपुर, उमरिया, रीवा जिलों में शीतलहर चली। मौसम केंद्र की इंचार्ज डायरेक्टर ममता यादव ने बताया कि रविवार को वेस्टर्न डिस्टरबेंस जम्मू-कश्मीर और उसके आसपास पहुंच चुका है।

4. कांग्रेस विधायक से बोले भाजपा के मंत्री – ‘ऐसे काम नहीं करना चाहिए कि आधी रात को मार खानी पड़े’ जानिये पूरा मामला

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अनूपपुर : कैबिनेट मंत्री बिसाहुलाल सिंह और कांग्रेस विधायक सुनील सराफ अनूपपुर के नगर पालिका कोतमा में 14 करोड़ के सड़क और तलाब कार्यों के लोकार्पण और भूमि पूजन कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान मंच पर भाषण करने का मौका न देने पर कांग्रेसी विधायक सुनील सराफ भड़क गये।  मध्यप्रदेश के अनुपपुर में लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यों के लोकार्पण और भूमि पूजन कार्यक्रम में भाजपा के कैबिनेट मंत्री बिसाहुलाल सिंह और कांग्रेस विधायक सुनील सराफ मंच में एक साथ दिखे।

मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कुछ दिनों पूर्व कांग्रेस के कोतमा विधायक सुनील सराफ पर हुए हमले में तंज कसते हुए कहा कि रात के लगभग 2 बजे बिना सुरक्षा गार्ड के ऐसा कौन सा काम करने गए थे कि उन पर हमला हो गया। जनप्रतिनिधियों को ऐसे काम नहीं करना चाहिए कि आधी रात को मार खानी पड़े।

5. कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए सरताज बोले- भाजपा कांग्रेस के विचारों में बड़ा अंतर

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इटारसी: भाजपा में सांसद, मंत्री और विधायक रहे सरताज सिंह ने कहा कि – धारा 370, राम मंदिर,नागरिकता कानून व किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस की सोच अलग है, मैं इन मुद्दों पर भाजपा से सहमत हूं। इस दलबदल से आपकी लोकप्रियता कितनी प्रभावित होगी, इस सवाल के जवाब में सरताज सिंह ने कहा कि इसका फैसला जनता करेगी। रविवार कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के बाद इटारसी आए थे । उन्होंने कहा- मैं जनसंघ व भाजपा से जुड़ा नेता रहा हूं । कांग्रेसी और भाजपा के विचारों में बड़ा अंतर है। ऐसा मनमुटाव हुआ कि मैं कांग्रेस में चला गया। लेकिन वहां जाकर मेरे ऐसे वक्तव्य सामने आए, जिन पर लोगों ने कमेंट किए। पार्टी में भी शिकायत हुई कि ये तो भाजपा की बात करते हैं। कांग्रेस से मुझे कोई नाराजगी नहीं है। बस विचार नहीं मिले।

6. गांधी भवन में जुटी दावेदारों की भीड़, सौंपे बायोडाटा

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 इंदौर : नगर निगम चुनाव की तारीख की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन दावेदारों ने पूरी तैयारी कर ली है। रविवार को कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव कुलदीप इंदौरा और पर्यवेक्षक विजयलक्ष्मी साधौ पहुंचे तो उनके सामने दावेदारों ने शक्ति प्रदर्शन शुरू कर दिया। कई नेता तो अपने साथ बायोडाटा लेकर आए थे, जिसमें पूर्व में चुनाव लड़ने का अनुभव, शिक्षा, राजनीतिक क्षेत्र में सक्रियता जैसी कई बातों का उल्लेख था। बैठक में अरोरा ने संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 15 वर्ष का वनवास काटकर प्रदेश में सरकार बनाई थी। कमल नाथ सरकार अच्छा काम कर रही थी, लेकिन भाजपा नेताओं ने साजिश रचकर सरकार गिरा दी।

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