Tina Dabi ने बता दी अपने पति की Caste, बोलीं मेरे लिए ias pradeep gandhe की जाति बोनस पाइंट है

लगातार सुर्खियों में रहने वाली टीना डाबी, जल्द ही दूसरी बार शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं. इस बार वे अपने से 13 साल बड़े, आईएएस अफसर से शादी कर रही हैं. वैसे आपने टीना डाबी का नाम तो कई बार सुना होगा, और कभी न कभी आपके दिमाग में ये भी आया होगा, कि आखिर ये डाबी सरनेम किस जाति में आता है.
क्योंकि वैसे भी हमारे देश में जब भी कोई फेमस होता है. सबसे पहले लोग गूगल पर उसकी जाति ही सर्च करते हैं. वैसे हमारा उद्देश्य उनकी जाति को लेकर सवाल उठाना नहीं, बल्कि देश की उस व्यवस्था पर बात करना है. जो आजादी के 75 साल बाद भी हमारा पीछा नहीं छोड़ रही है. तो आज हम इस बारे में बात करेंगे.
वैसे यहां आप सबसे पहले, ये जान लीजिये, कि साल 2015 में UPSC एग्जाम में टॉप करने के बाद से टीना डाबी लगातार चर्चा में रही हैं. यूपीएससी रिजल्ट आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनकी चर्चा होने लगी थी. कहा गया टीना डाबी ने जाति का फायदा उठाकर एग्जाम में टॉप किया है. लोग उनके आरक्षण पर सवाल उठाने लगे और टीना को कोसने लगे.
दरअसल, तब टीना डाबी यूपीएससी एग्जाम के पहले फेज में रिजर्वेशन के कटऑफ के तहत पास हुई थीं. वह SC/ST कैटेगरी के कम कटऑफ मार्क्स की वजह से मेंस एग्जाम दे पाई थीं. जबकी उनसे ज्यादा नंबर लाकर भी जनरल कैटेगरी के कई कैंडिडेट्स मेंस के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके थे.
हालांकि, फाइनल रिजल्ट में वो ओवरऑल टॉपर रही थीं. जिसमें prelims के मार्क्स नहीं जुड़े थे. फिर भी रिजर्वेशन के पैमाने को लेकर तब खूब बहस हुई थी. क्योंकि टीना Sc कैटेगरी से होने के बावजूद आर्थिक तौर से मजबूत परिवार से आती हैं. लिहाजा देश का एक वर्ग ऐसा भी है, जो हमेशा इस तरह के आरक्षण की खिलाफत करता रहा है.
एक बार जब उन्हें मुंबई के बाबासाहेब अंबेडकर research and training institute ने उनकी उपलब्धि के लिए सम्मानित भी किया था. उस मौके पर उन्होंने कहा था कि आज मैं जो कुछ भी हूं, वो सब अंबेडकर की देन है. बाबासाहेब के संघर्षों से मुझे लगातार प्रेरणा मिलती रही है.
तब एक इंटरव्यू में टीना बोली थीं – ‘ये दुर्भाग्यपूर्ण सच्चाई है कि भारत अब भी बहुत जातिवादी है. जब मेरा रिजल्ट ( आया, तो पहले दिन लोगों ने मुझे खूब बधाई दी. लेकिन दूसरे दिन ही मीडिया के लोग मुझसे मेरा कास्ट पूछने लगे, क्योंकि मेरा सरनेम बहुत अलग था. और इसके बाद मैं दलित टॉपर बन गई. ये सच्चाई बदलने में बहुत समय लगेगा. मुझे इस बात का फक्र है कि मैं एससी समाज की पहली यूपीएससी टॉपर हूं.’
इसके बाद शादी को लेकर भी वो लोगों के निशाने पर रहीं. साल 2015 के ही यूपीएससी एग्जाम के सेकेंड टॉपर अतहर आमिर खान को वो दिल दे बैठी थीं. जिसके बाद वो हिंदूवादी संगठनों के निशाने पर आ गईं. हालांकि, काफी लोगों ने इंटर रिलीजन शादी करने के लिए टीना डाबी की तारीफ भी की.
लेकिन शादी के 2 साल बाद ही उन दोनों ने तलाक ले लिया. और अब टीना डाबी अपनी दूसरी शादी को लेकर चर्चा में है. और इस चर्चा में भी जाति एक मुद्दा है. टीना ने हाल ही में एक इंटरव्यू ने अपने होने वाले पति प्रदीप गवांडे की जाति बता दी. उन्होंने कहा कि ‘परिवार में सब खुश हैं. उन्होने कहा कि प्रदीप गवांडे मेरी तरह SC कम्युनिटी से हैं. बोनस ये भी है, कि प्रदीप की तरह मेरी मां भी मराठी हैं. मेरी मां और वे, एक ही सब कास्ट से हैं.
तो जाति के बंधन में बंधी हमारे देश की टॉपर बेटी की कहानी कुछ इस तरह रही है. लेकिन आरक्षण के मुद्दे पर अभी भी देश में बहुत कुछ होना बाकि है. वैसे आप आरक्षण के विषय में क्या सोचते हैं. कि देश में किस तरह की आरक्षण व्यवस्था होनी चाहिए. नीचे कमेंट कर जरूर, अपनी राय रखें.