
29 अप्रैल को सिनेमा घरों में अजय देवगन और अमिताभ बच्चन की रनवे 34 रिलीज हो गई. इसके साथ ही रिलीज हुई टाइगर श्राफ की फिल्म हीरोपंती टू, जिसको कोई खास रिपोंस नहीं मिल रहा है । लेकिन रनवे 34 ने जरूर दर्शकों को निराश नहीं किया. पहले हाफ में तो ये फिल्म दर्शकों को ऐसा बांधकर रखती है, कि कोई कुर्सी से हिलता तक नहीं, फिल्म देखने वाला हर दर्शक, उस डर को महसूस कर सकता है, जो उस वक्त, उस विमान में सवार यात्री महसूस कर रहे होंगे ।
लिहाजा कहा ये जा सकता है, कि अजय देवगन जैसा चाहते थे, वे उसे करने में कामयाब रहे, हालांकि सेकंड हाफ जरूर, दर्शकों को थोड़ा लंबा लगा, क्योंकि पहले हाफ में ही ये फिल्म दर्शकों को उत्सुकता के उस मुकाम तक ले जाती है, जहां से बाकि चीजें थोड़ी कम लगने लगती हैं । यहां हम बात कर रहे हैं, इस फिल्म के उस सबसे खास सीन की. जिसमें दर्शकों की सांसे रुक सी जाती हैं, न सिर्फ विमान में, बल्कि थियेटर में बैठे दर्शक भी यात्रियों की सुरक्षित लैंडिंग के लिए दुआ कर रहा होता है ।
दरअसल इस फिल्म का सबसे ज्यादा रोमांचक सीन भी यही कहा जा सकता है, इस दौरान इस विमान के पायलट अजय देवगन, और को पायलट रकुल प्रीत ने जरा भी महसूस नहीं होने दिया, कि वे एक्टर हैं । दरअसल जब विमान का ईधन खत्म हो रहा होता है, तब पायलट यानि अजय देवगन, विमान को रनवे 34 पर उतारने का फैसला करता है । हालांकि इस दौरान उसे बार-बार मना किया जाता है । क्योंकि इस रनवे पर उतरे वक्त अगर कोई दुर्घटना होती है ।
तो उसमें एयरपोर्ट पर भी लोगों की जान जा सकती थी । लेकिन विमान का पायलट विक्रांत खन्ना इसी रनवे पर विमान को उतारने की ठान लेता है । इस दौरान वो अपनी आंखें बंद कर लेता है । हेडफोन भी उताकर रख देता है । विमान के यात्री भी पूरी तरह से सहम जाते हैं । हर किसी के दिल और दिमाग में शायद मौत ही चल रही होती है । बाद में जब किसी तरह से विक्रांत इस विमान की Safe लैंडिंग कराने में कामयाब हो जाता है ।
तब जाकर हर किसी की जान में जान आती है । कुल मिलाकर कहा जाए, तो इस पूरी फिल्म की जान भी यही सीन है । जिसे देखकर, हर कोई डर रहा होता है । और जब विमान यात्रियों की जान बच जाती है, तो थियेटर में बैठे दर्शकों की भी आंखें खुशी से नम हो जाती है । तो आपने भी अगर ये फिल्म देखी है, तो इस सीन के बारे में जरूर बताएं, साथ ही बताएं कि आपको इस फिल्म के और कौन से सीन अच्छे लगे । धन्यवाद