
रायपुर : दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए छत्तीसगढ़ के भी कई शहरों में ट्रैक्टर परेड हुई। कई किसान मजदूर संगठनों ने इसमें हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ किसान सभा और आदिवासी एकता महासभा ने कोरबा, सूरजपुर व सरगुजा, बिलासपुर समेत कई शहरों किसान गणतंत्र परेड आयोजित किए।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के राज्य अध्यक्ष संजय पराते और महासचिव ऋषि गुप्ता ने कहा, किसान अपने अनुभव से जानता है कि निजी मंडियों के अस्तित्व में आने के बाद और खाद्यान्न व्यापार को विश्व बाजार के साथ जोड़ने के बाद न्यूनतम समर्थन मूल्य की पूरी व्यवस्था ही ध्वस्त हो जाएगी।
इसलिए इस देश का किसान अपनी अंतिम सांस तक खेती-किसानी को बर्बाद करने वाले इन तीनों कानूनों के खिलाफ लड़ने को तैयार है। इन कानूनों को वापस लेने और सी-2 लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का कानून बनाने के अलावा इस सरकार के पास और कोई रास्ता बचा नहीं है।