- सामाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता बेला भाटिया बीते बुधवार की रात जगदलपुर जेल के सामने धरने पर बैठ गईं थीं. जेल में बंद उनके तीन क्लाइंट के पेशी की तारीख नहीं बताने से नाराज बेला भाटिया ने जेल के बाहर ही सत्याग्रह करने का निर्णय लिया था. जेल बेला भाटिया ने पूरी रात जेल परिसर के बाहर सत्याग्रह करने का फैसला कर लिया. इस मामले को लेकर ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया है.
- सीएम भूपेश बघेल द्वारा किए गए ट्वीट में बेला भाटिया का जेल के बाहर सत्याग्रह को बेहद दु:खद बताया गया है. सीएम बघेल ने लिखा है- ‘प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया जी को कल जेल परिसर में सत्याग्रह करने को मजबूर होना पड़ा. यह बेहद दुखद है. कांग्रेस की सरकार सभी सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है. मैं पूरा प्रयास करूंगा कि आप सभी को भविष्य में ऐसी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.’
प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया जी को कल जेल परिसर में सत्याग्रह करने को मजबूर होना पड़ा। यह बेहद दुखद है। कांग्रेस की सरकार सभी सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है। मैं पूरा प्रयास करूंगा कि आप सभी को भविष्य में ऐसी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 10, 2019
- बेला भाटिया के अनुसार वे जगदलपुर के जिला न्यायालय में बतौर वकील प्रेक्टिस भी करती हैं और जेल में बंद उनके तीन क्लाइंट के पेशी की तारीख़ पता करने गई थीं, पर जेल प्रशासन ने उन्हें जानकारी नहीं दी. उनके अनुसार इससे पहले भी एक बार और इसी तरह मदद नहीं किया गया था. इसलिए वे जेल परिसर के सामने ही बैठ गईं.