
रायपुर। रायपुर के एक सीधे-सादे सरकारी कर्मचारी ने मुनाफे के ख्वाब में आंखें खोलीं… लेकिन जब आंख खुली, तो खुद को एक बहुत बड़ी ठगी का शिकार पाया।
शुरुआत एक वॉट्सऐप मैसेज से हुई।
दलदल सिवनी के रहने वाले मनोज कुमार, जो स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं, को एक अजनबी नंबर से वॉट्सऐप मैसेज आया। भेजने वाले ने खुद को SBI Securities और IBHK Origin Capital का एजेंट बताया। मनोज को एक वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां मुनाफे की गारंटी दी जा रही थी — और उस ग्रुप में पहले से कई लोग एक्टिव थे, जैसे सब कुछ असली हो।
पहला झांसा: मुनाफे की मिठाई
7 अक्टूबर 2024 को मनोज ने अपनी पत्नी के एचडीएफसी अकाउंट से 2 लाख रुपए यूको बैंक के एक खाते में ट्रांसफर किए। तीन दिन बाद ही 2.75 लाख रुपए मुनाफे के रूप में वापस मिले। यही वह पल था जब विश्वास ने धोखे को पहचानने से रोक दिया।
फिर शुरू हुआ असली खेल
मुनाफे की झलक ने भरोसा जमा दिया, और अगले कुछ ही दिनों में — 3 से 15 अक्टूबर के बीच — उन्होंने 32 लाख 80 हजार रुपए अलग-अलग खातों में भेज दिए। इनमें बंधन बैंक, HDFC, ICICI, यूको बैंक, और रोहताश इलेक्ट्रिसिटी जैसे नाम शामिल थे। कुछ ट्रांजेक्शन उनके HUF अकाउंट से भी किए गए।
हकीकत से सामना: जब सब कुछ थम गया
पर जब काफी दिन तक न तो मुनाफा आया, न ही ठगों की तरफ से कोई जवाब, तब उन्होंने बैंक से पूछताछ की। पता चला कि जो 2.75 लाख रुपए मुनाफे के नाम पर आए थे — वे केरल में हुई एक अन्य ठगी के पैसे थे। इस वजह से केरल पुलिस ने मनोज के बैंक अकाउंट को ही फ्रीज कर दिया।
अब पीड़ित ही मुजरिम सा महसूस कर रहा है
मनोज अब अपने ही पैसे के लिए इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने मोवा थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है और पूरे घटनाक्रम को पुलिस को बताया है।
मोवा थाना प्रभारी कमलेश देवांगन के अनुसार, मामला गंभीर है और साइबर क्राइम टीम से भी संपर्क किया गया है।