मोदी के बाद कौन? सितारों की नजर में अगला प्रधानमंत्री कौन?

भारत की सियासत में इस वक्त एक बड़ा सवाल हर मंच, गली और गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद देश की बागडोर किसके हाथ में होगी?
जहां राजनीतिक पंडित आंकड़ों और समीकरणों के सहारे जवाब ढूंढ रहे हैं, वहीं ज्योतिषाचार्य भी सितारों और ग्रहों की चाल से इस रहस्य को सुलझाने में जुटे हैं।
प्राचीन भारत से लेकर आज की राजनीति तक, ज्योतिष का महत्व कभी कम नहीं हुआ। यही वजह है कि आज भी जब देश की सबसे बड़ी कुर्सी की बात होती है, तो कुंडलियों की पड़ताल शुरू हो जाती है।
तीन सितारे, एक मंज़िल – प्रधानमंत्री पद
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, तीन बड़े नेता इस समय ग्रहों की शुभ दशा और राजनीतिक परिस्थितियों के अनुकूल माने जा रहे हैं:
योगी आदित्यनाथ – शक्ति, अनुशासन और भाग्य का संगम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुंडली में शनि और गुरु की सशक्त स्थिति उन्हें एक दृढ़, निर्णायक और राष्ट्रीय नेता के रूप में उभारती है।
उनकी कड़क प्रशासनिक छवि और हिंदुत्व की स्पष्ट नीति ने उन्हें पार्टी के भीतर भारी समर्थन दिलाया है।
क्या योगी अब राष्ट्रीय राजनीति की अगली बड़ी शक्ति बनेंगे?
नितिन गडकरी – विकास और दूरदृष्टि का मेल
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की कुंडली में सूर्य और मंगल की स्थिति उन्हें प्रबल नेतृत्व क्षमता और निर्णय शक्ति प्रदान करती है।
उनके इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में योगदान और जन-प्रियता ने उन्हें आम जनता में भी एक सशक्त चेहरा बना दिया है।
क्या सादगी और परफॉर्मेंस गडकरी को पीएम पद तक पहुंचाएंगे?
अमित शाह – रणनीति के महारथी, सत्ता के समीप
बीजेपी के सबसे ताकतवर रणनीतिकार अमित शाह की कुंडली में राहु और चंद्रमा की चाल उन्हें सत्ता के अत्यंत करीब ले आती है।
हालांकि, कुछ ग्रहों की बाधाएं उनकी राह में रोड़े भी अटका सकती हैं।
क्या उनकी राजनीतिक सूझबूझ उन्हें अगला प्रधानमंत्री बनाएगी?
निष्कर्ष: सितारे क्या कहते हैं?
राजनीति और ज्योतिष का यह मेल न केवल रोचक है बल्कि संकेतों से भरा हुआ है।
आखिरी फैसला जनता का होगा, लेकिन इस दौड़ में कौन सबसे आगे है — इसका अंदाज़ा सितारे आज से ही देने लगे हैं।