अगर आजाद भारत में भी किसानों की नहीं सुनी जाएगी तो फिर कहा सुनी जाएगी: अरविंद केजरीवाल

दिल्ली। किसानों के ‘भारत बंद’ का असर देश के कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। वही केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद का कांग्रेस, सपा, आम आदमी पार्टी समेत अन्य विपक्षी दल समर्थन कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि अब केंद्र को किसानों की मांगें मान लेनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि दुख की बात है कि भगत सिंह की जयंती पर किसानों को भारत बंद का आह्वान करना पड़। एक साल हो गया किसानों को अपनी मांगें मनवाने के लिए प्रदर्शन करते।
केजरीवाल ने कहा कि यह आजाद भारत है, आजाद भारत में भी अगर किसानों की नहीं सुनी जाएगी, तो फिर कहां सुनी जाएगी। दिल्ली सीएम ने कहा कि किसानों की जितनी भी मांगें हैं, सब जायज हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शुरू से ही किसानों के पक्ष में रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि जल्द से जल्द किसानों की मांगे मानें, ताकि किसान अपने-अपने घर जाएं और अपने काम पर लगें। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि वार्ता बहुत हो चुकी, अब कृषि मंत्री को ऐलान कर देना चाहिए कि किसानों की मांगें मान रहे हैं। बता दें कि दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में भारत बंद का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है।