राज ठाकरे की चेतावनी के बाद, डरी उद्धव सरकार, लाउडस्पीकर पर जारी किया गया ये बड़ा आदेश

देश में इनदिनों मजहब के नाम पर, कई लोग अपनी राजनीतिक हसरतें पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं. जो इतने दिनों से बंद कमरे में बैठे थे, वे भी निकल आए हैं. और जिन्हें मोदी सरकार से परेशानियां हैं, वे भी धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. वैसे तो देश में रामनवमीं के बाद कई जगहों पर हिंसा भड़की थी, लेकिन हम यहां बात कर रहे हैं, मस्जिदों से लाउड स्पीकर पर अजान पढ़ने की.
हम आपको राज ठाकरे की एक बड़ी चेतावनी के बाद, उद्धव सरकार का एक बड़ा Action भी बताएंगे. आपको ये भी बताएंगे, कि अब राज ठाकरे ने कौन सी नई चेतावनी जारी की है, जिसके बाद महाराष्ट्र में हिंसा भी भड़क सकती है.
दरअसल, कुछ दिनों पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मज्जिदों में लगे लाउड स्पीकर को बंद करने की मांग की थी. उन्होने 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की चेतावनी दी थी । राज ठाकरे की इस चेतावनी के बाद, हिंदुत्व के मुद्दे पर बनी पार्टी शिवसेना सकते में आ गई. अब वो इसका न तो Support कर पा रही है, न ही सहयोगी पार्टियों के नाराज होने के डर से, वो इसका विरोध कर पा रही है.
लिहाजा राज ठाकरे की चेतावनी के बाद महाराष्ट्र के गृह विभाग ने, धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर नए नियम लागू किए हैं. इस नए नियम के मुताबिक धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीगकर बजाने से पहले गृह विभाग से परमीशन लेनी होगी. वहीं ये भी आदेश जारी किया गया है, कि बिना गृह विभाग की परमीशन के कोई भी लाउस्पी्कर नहीं बजा सकेगा.
अब उद्धव ठाकरे सरकार के इस फैसले के पीछे, कहीं न कहीं, राज ठाकरे का डर भी साफ दिखाई देता है. जिन्होने लगभग दो सप्ताह पहले कहा था, कि अगर मस्जिदों में लाउड स्पीकर पर बैन नहीं लगता है, तो हम भी लाउड स्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. उनके इस बयान के बाद, महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि कई राज्यों में ये मुद्दा तूल पकड़ लिया था.
यहां तक कि मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश में लोगों ने राज ठाकरे के बयान के बाद घरो की छतों पर लाउड स्पीकर लगाकर, हनुमान चालीसा का पाठ भी करना शुरू कर दिया है । वहीं कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू समेत कई दूसरी जगहों पर, धार्मिक स्थल पर तेज आवाज में लाउस्पीाकर लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था ।
आपको बता दें, कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की अपनी चेतावनी दोहराई थी. उन्होने कहा था कि मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि “धर्म कानून और देश से ऊपर नहीं है” और साथ ही उनसे मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए भी कहा ।
ठाकरे ने कहा था हम महाराष्ट्र में दंगे नहीं चाहते । नमाज अदा करने का किसी ने विरोध नहीं किया । हम चाहते हैं कि जो लाउडस्पीकर मस्जिदों में लगे हैं, वे पूरे देश में अवैध हैं, उन्हें हटा दिया जाना चाहिए। अगर आप लाउडस्पीकर पर अजान करते हैं, तो हम भी पूजा के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करेंगे ।
मुसलमानों को समझना चाहिए कि धर्म कानून से बड़ा नहीं है। इसके साथ ही ठाकरे ने खुलेतौर पर चेतावनी दी थी, कि 3 मई के बाद, मैं देखूंगा कि आगे क्या करना है। तो आप राज ठाकरे की इस चेतावनी पर क्या कहेंगे. क्या इस मुद्दे को उठाकर वे अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं, या फिर ये वाकई एक गंभीर मुद्दा है, अपनी राय कमेंट बॉक्स में कमेंट जरूर करें.