खाद्य मंत्री दयालदास बघेल की बड़ी घोषणा

रायपुर। छत्तीसगढ़ के लाखों राशन कार्ड धारकों के लिए राहत भरी खबर है। खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने मंत्रालय (महानदी भवन) में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान ऐलान किया कि सरकार जून से अगस्त तक के तीन महीनों का चावल एकमुश्त देने जा रही है। वितरण की प्रक्रिया 1 जून से ही प्रदेश की सभी 13,965 शासकीय उचित मूल्य दुकानों में शुरू हो चुकी है।
मंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी हितग्राहियों को समय पर चावल मिल जाए और कहीं कोई गड़बड़ी न हो। अगर शिकायतें मिलती हैं तो तुरंत कार्रवाई होगी।
राशन घोटालों पर शिकंजा, करोड़ों की वसूली
बैठक में बीते वर्षों की स्टॉक जांच की रिपोर्ट भी सामने आई। वर्ष 2022-23 में हुए भौतिक सत्यापन के दौरान 335 दुकानों में करीब 124 करोड़ रुपए का राशन कम पाया गया। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 119 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है और शेष 5 करोड़ की रिकवरी प्रक्रिया जारी है। इस मामले में 27 दुकानदारों पर FIR भी दर्ज की गई है।
धान खरीदी और चावल जमा का भी लिया अपडेट
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 और 2024-25 में मिलर्स द्वारा चावल जमा की स्थिति की समीक्षा करते हुए मंत्री बघेल ने निर्देश दिए कि 2023-24 के बकाया चावल की अंतिम तिथि 30 जून ही रहेगी – इसके बाद कोई विस्तार नहीं दिया जाएगा। अभी तक 2024-25 सत्र के लिए 58.43% चावल जमा हो चुका है, बाकी कार्य तेजी से जारी है।
नाप-तौल विभाग की कमाई और सुधार के निर्देश
मंत्री ने नाप-तौल विभाग की समीक्षा में बताया कि 2024-25 में 13.5 करोड़ की राजस्व वसूली की गई है और 2.21 लाख उपकरणों का सत्यापन हो चुका है। उन्होंने नाप-तौल प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने, साथ ही लाइसेंस प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए।
रिक्त पदों पर जल्द भर्ती और आयोगों में नियुक्ति के निर्देश
श्री बघेल ने अधिकारियों से कहा कि विभाग में रिक्त पदों की पूर्ति जल्द होनी चाहिए। पीएससी और व्यापम को प्रस्ताव भेजे जाएं। उपभोक्ता आयोगों में भी खाली पदों पर जल्द नियुक्तियां हों और लंबित मामलों का तेजी से निपटारा किया जाए।
बैठक में कौन-कौन थे शामिल?
इस महत्वपूर्ण बैठक में खाद्य विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले, नागरिक आपूर्ति निगम की एमडी श्रीमती किरण कौशल, मार्कफेड के एमडी श्री रमेश शर्मा और विधिक मापविज्ञान विभाग के संचालक श्री देवेन्द्र भारद्धाज समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।