Budget 2019: बजट में रेलवे के लिए क्या हो सकता
केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल शुक्रवार को अंतरिम बजट पेश करेंगे. रेलमंत्री होने के नाते उनसे रेलवे को लेकर भी लोगों की काफी उम्मीदें होंगी. तो आइए नज़र डालते हैं कि इस बार के बजट में रेलवे के लिए क्या खास हो सकता है?
1. 250 करोड़ की लागत से 104 साल पुराने पम्बन ब्रिज़ की जगह नए ब्रिज़ का निर्माण. यह ब्रिज़ पुराने ब्रिज़ के समानांतर होगा और इसमें जहाज़ों को रास्ता देने के लिए पहली बार वर्टिकल लिफ़्ट स्पैम लगाया जाएगा.
2. 1964 के तूफान में बह चुके रामेश्वरम-धनुषकोडी रेल लाइन को फिर से तैयार किया जाएगा. क़रीब 18 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन को 208 करोड़ रुपये में तैयार किया जाएगा. यह रेल लाइन रामसेतु तक भारतीय रेल के नेटवर्क को पहुंचाएगा.
3. ट्रेन 18- की तर्ज़ पर नए ट्रेन सेट्स तैयार करना. भविष्य में शताब्दी ट्रेनों की जगह ट्रेन सेट्स को ही चलाया जाएगा
4. ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने पर जोर
5. भारतीय रेल के सिग्लनिंग सिस्टम को बेहतर करने पर बड़ा निवेश
6. नए फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण पर ज़ोर. फिलहाल डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर इस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर को तैयार कर रहा है और इनके कई सेक्शन अब चालू हो चुके हैं. रेलवे अब नए फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण पर ज़ोर दे सकता है. ख़ासकर दक्षिण भारत की ओर ऐसी लाइनों को मंजूरी मिल सकती है.
7. मुंबई लोकल के लिए बड़ी योजना पर बड़े निवेश को मंजूरी मिलने की संभावना.
8. बंगलुरु में सबअर्बन ट्रेन नेटवर्क खड़ा करना.
9. ट्रेन की पटरियों में आई गड़बड़ी या दरार की जांच के लिए नई तकनीक अपनाने पर जोर
10. नए कारगो सेंटर्स खड़े करना और प्राइवेट फ्रेट टर्मिनल्स की स्थापना
11. रेलवे में नई नौकरी के दरवाज़े खुल सकते हैं.
पूर्व रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बजट को रेलवे का फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट बताकर बजट में नई ट्रेनों के ऐलान की परंपरा बंद कर दी थी. मौजूदा रेलमंत्री भी इसी कदम पर चल रहे हैं. ऐसे में वो लोग ज़रूर निराश हो सकते हैं जो नई ट्रेनों की उम्मीद लगाकर बैठे हैं. वहीं भले ही यह चुनावी साल हो लेकिन यात्री किराये से लेकर माला भाड़े तक में किसी तरह की रियायत की संभावना इस बजट में कम ही है.