इंसाफ की मांग में जलती मोमबत्तियां, गूंजा मासूम के लिए न्याय का स्वर

दुर्ग। मासूम बच्ची के साथ हुए अमानवीय अपराध ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। लोगों का गुस्सा अब सड़कों पर दिखाई देने लगा है। रायपुर में घड़ी चौक से जयस्तंभ चौक तक लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर बच्ची को श्रद्धांजलि दी और न्याय की मांग की। भीड़ एक स्वर में सिर्फ एक बात कह रही थी — “दोषी को फांसी दो।”
इस घटना ने न सिर्फ समाज को शर्मसार किया, बल्कि दिलों में उबाल भी ला दिया है। बच्ची की पड़ोसी महिला का दर्द उस समय छलक पड़ा, जब उसने भावुक होकर कहा — “अगर मेरे हाथ में रिवॉल्वर हो, तो मैं खुद उसका खात्मा कर दूं। चाहे मुझे फांसी ही क्यों न हो जाए।”
इधर, केस ने तब एक नया मोड़ ले लिया, जब मृत बच्ची के पिता ने चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा, “मुझे भरोसा नहीं होता कि मेरा ही भाई ऐसा कर सकता है। मैंने उसे बचपन से हर सुख-सुविधा दी है।” लेकिन पुलिस का कहना है कि जांच के पुख्ता सबूतों के आधार पर ही आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
न्याय के लिए बड़ी कानूनी लड़ाई
अब यह मामला सिर्फ एक कानूनी लड़ाई नहीं रहा, बल्कि यह समाज की अंतरात्मा की आवाज बन चुका है। इस केस में अब सुप्रीम कोर्ट के पांच वरिष्ठ वकील पीड़ित पक्ष की ओर से केस लड़ेंगे। वहीं भिलाई के वरिष्ठ वकील राजकुमार तिवारी ने बिना किसी फीस के इस लड़ाई को लड़ने का फैसला लिया है। विधायक रिकेश सेन ने इसकी जानकारी दी।
घटना दुर्ग के मोहन नगर थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने इस केस की जांच के लिए 7 सदस्यीय SIT गठित कर दी है, जो जल्द से जल्द जांच पूरी कर केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएगी, ताकि पीड़ित परिवार को जल्दी इंसाफ मिले और दोषी को सख्त से सख्त सजा।