
1 .न्यू ईयर के जश्न में गाइडलाइन तोड़ी तो होगी कार्रवाई, होटल रात साढ़े 12 बजे तक बंद करने होंगे
नए साल के आगाज के दौरान होटल संचालकों को तय समय तक मेहमानों को विदा करना होगा । छग में 31 दिसंबर को नए साल के कार्यक्रम जिन होटलों में होंगे, उन्हें रात 12:30 बजे तक बंद करना होगा ।

इसके बाद अगर यह खुले मिलेंगे तो कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, जिन होटलों में आयोजन होंगे, वे इस बात का ध्यान रखें कि देर रात तक कार्यक्रम न चलें। अगर शिकायत मिलती है तो पुलिस इस पर कार्रवाई करेगी। वहीं अगर कोई शराब पीकर वाहन चलाते या हुड़दंग करते पाया गया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। प्रमुख मार्गों और चौराहों पर प्वाइंट बनाए जाएंगे। इसके अलावा अधिकारी भी विभिन्न आयोजन स्थलों पर नजर रखेंगे।
2. लिथियम ऑयन बैटरी और इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाले दो कारखानों की स्थापना के लिए हीरा ग्रुप का सरकार से करार
रायपुर : हीरा ग्रुप की कंपनी नैनोऑयन बैटरीज प्राइवेट लिमिटेड, नवा रायपुर के ईएमसी सेक्टर-22 में लिथियम ऑयन बैटरी निर्माण संयंत्र लगाएगा। इसमें 50 हजार बैटरी निर्माण की क्षमता होगी। इसके लिए 13 करोड़ 5 लाख रुपए का निवेश प्रस्तावित किया गया है।

औद्योगिक समूह हीरा ग्रुप ने नवा रायपुर में लिथियम ऑयन बैटरी और इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाले दो कारखानों की स्थापना के लिए राज्य सरकार से करार किया है । यह समूह रायपुर और राजनांदगांव में सोलर पॉवर प्लांट लगाने की तैयारी में है। वहीं बस्तर में इस्पात संयंत्र की स्थापना के लिए भी करार हुआ है। इन परियोजनाओं में 2 हजार 576 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश होगा ।
3. कोरोना काल में दी गई पैरोल खत्म होने के बाद छह महीने बाद सात सौ कैदी सेंट्रल जेल वापस आएंगे
बिलासपुर। कोरोना काल में केंद्र सरकार ने देशभर में लाकडाउन घोषित कर दिया था। इसके साथ ही जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों में कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने भी दिशानिर्देश जारी किया। इसके तहत कैदियों को पैरोल व जमानत पर छोड़ने का आदेश दिया गया।

कोरोना संक्रमण काल में पैरोल व जमानत पर जेल से बाहर निकले करीब सात सौ कैदियों को छह माह बाद अब फिर से सलाखों के पीछे जाना होगा। पैरोल खत्म होने के बाद एक जनवरी को उनकी जेलों में वापसी होगी। इस दौरान जेल परिसर में ही उनका कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें जेल के भीतर प्रवेश दिया जाएगा। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कैदियों के पैरोल व जमानत अवधि तीन बार बढ़ाई जा चुकी है ।