
रायपुर। प्रशासनिक सेवा जन सेवा होती है एसी वाले दफ्तरऔर शानो-शौकत की ज़िंदगी निकलकर ज़मीन पर बहुत कम ही अधिकारी ऐसे काम करते नज़र आते हैं। जिन्हें जनता दिल से अपना मानती है और उनसे अपनी परेशानी बताने में ज़रा भी नहीं हिचकती। ऐसे ही आईएस अधिकारी हैं मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी में पदस्थ कलेक्टर पीएस ध्रुव। पीएस ध्रुव के बारे में आपको पहले यह बता दें कि वो प्रशासनिक सेवा में आने से पहले अपने गाँव के सरपंच थे और खेती-किसानी से उनका मूल जुड़ाव था और आईएएस बनने के बाद भी पीएस ध्रुव अपनी जड़ें नहीं भूले और उनका यह अंदाज़ अब लोगों को खूब भा रहा है।
दरअसल, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के पहले कलेक्टर पीएस ध्रुव ने शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का कितना क्रियान्वयन ज़मीनी स्तर पर हो रहा है यह जानने के लिए खड़गवा तहसील का निरीक्षण किया। इस दौरान जब कलेक्टर खड़गवा ब्लॉक के अंतर्गत रतनपुर से चोपन वाया कोटिया सड़क निर्माण कार्य का जायज़ा ले रहे थे तभी सड़क किनारे खेत में धान की कटाई हो रही थी। यह देखकर पीएस ध्रुव वहीं ठहर गए और कुछ दूर चलकर खेत की कटाई कर रहे कृषक छोटेलाल और जहान साय से मुलाकात की , यह मुलाकात एक लम्बी चर्चा में तब्दील हो गई।
कलेक्टर पीएस ध्रुव ने उनसे धान कटाई-मिजाई और समर्थन मूल्य पर धान की बिक्री के संबंध में बातचीत की। वहीं खुद हाथ में हसिया लेकर उनके साथ धान की फसल की कटाई में भीड़ गए। इस दौरान उनके साथ मौजूद अन्य कर्मचारी अचंबित रह गए मगर जिस तरह एक आईएएस होते हुए भी बहुत सहजता से एक किसान की तरह कलेक्टर ने यह का, किया उससे किसानों को लगा की मानो उनके बीच का ही कोई व्यक्ति किसानी में उनका हाथ बटा रहा हो। उनका यह वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया जिसपर अब लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रहीं हैं।
जैसा की हमने आपको शुरुआत में ही बताया की पीएस ध्रुव आईएस बनने से पहले एक सरपंच थे और खेती-किसानी में उनका जुड़ाव था लिहाज़ा उन्हें कृषि की अच्छी जानकारी है और फसलों की कटाई के दौरान दौरान कलेक्टर पीएस ध्रुव ने किसानों से कहा कि खेत में नमी अच्छी है, उतेरा फसल की बुआई करना लाभदायक होगा। उन्होंने कृषक छोटेलाल और जहान साय के खेत में तत्काल तिवड़ा, चना, गेहूं की फसल बुआई की समझाईश दी। उन्होंने कहा कि उन्हें अतिरिक्त आमदनी होगी। इसके बाद कलेक्टर ध्रुव का काफिला जब आगे बढ़ा तब निरीक्षण के दौरान सड़क की कई जगहों पर उन्होंने खुद खुदाई की। कुछ जगहों पर बैठकर मिट्टी गिट्टी की गुणवत्ता को परखा और निर्माण कार्य की लेयर और प्रयुक्त मटेरियल की गुणवत्ता का भी निरीक्षण किया।