जशपुर : पत्थलगड़ी मामले में एक बड़ी खबर सामने निकलकर आई है, बगीचा एसडीएम हितेश बघेल ने दोनों पक्षों से बात कर मामला सुलझाने की पहल की है। एसडीएम ने दोनों पक्ष के लोगों को जिले के कलिया गांव में मीटिंग के लिए बुलाया है। गांव में अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है, जिसके चलते भारी संख्या में पुलिस बल गांव में तैनात किया गया है।
विदित हो कि बीते दिनों पत्थलगड़ी प्रथा को लेकर दो समुदाय के लोगों में मारपीट हो गई थी,
पत्थलगड़ी मामले में एक बड़ी खबर सामने निकलकर आई है,
जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए आए जवानों और जिले के अधिकारियों को पत्थलगड़ी समर्थकों ने बंधक बना लिया था। बाद में पुलिस जवानों की मदद से बंधकों को छुड़ाया गया, वहीं दो आरोपी हरमोन किंडो और जोसेफ तिग्गा को भी जेल भेज दिया गया। मामले को लेकर सियासी गलियारों में भी हलचल मची हुई है, प्रदेश के कई बड़े नेताओं के बयान भी सामने आए हैं।
पुलिस जवानों की मदद से बंधकों को छुड़ाया गया
बीते दिनों बस्तर के एक गांव में पत्थलगड़ी प्रथा को लेकर विवाद विवाद हो गया था। दरअसल गांवों के बाहर पत्थर लगाया गया था। पत्थर में ग्राम सभा को सबसे ऊंचा बताया गया था, सा?थ ही एक बोर्ड भी लगाया गया था जिसमें जनजातियों के रूढ़ीवादी प्रथा को विधि का बल प्राप्त होने तथा विधानसभा या राज्यसभा द्वारा बनाया गया कोई भी सामान्य क़ानूनों का अनुसूचित क्षेत्रों में लागू नहीं होने की जानकारी दी गई थी।
पत्थर में ग्राम सभा को सबसे ऊंचा बताया गया था,
साथ ही इसमें यह भी कहा गया था कि लोकसभा और विधानसभा से ऊंचा स्थान ग्रामसभा को प्राप्त है। गांव के बाहर लगे इस पत्थर में लिखी बातों को लेकर दो समुदाय आपस में भिड़ गए और यह मामला गरमाते हुए सियासी गलियारों तक आ पहुंचा था।