Rajasthan के Jaipur में अपने ही मासूम बच्चे को मौत की नींद सुला दिया
जयपुर । 2 मार्च की रात में सोते समय मासूम के गले पर surgical ब्लेड से वार किया गया। इस बीच ब्लेड गले की हड्डी में अटक गया। उसके कपड़े खून से सन गए थे लेकिन सांस चल रही थी। गुस्से में पागल एक औरत ने इसके बाद भी क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। दूसरी बार ब्लेड उठाया और इस बार पूरा जोर लगाकर गले की पूरी नसें काट डाली।
इस वारदात को अंजाम देने वाली महिला के बारे में जानने के लिए पहले आप मुनावर राणा का ये शेर भी सुनिये । चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है. मैंने जन्नत तो नहीं देखी है, माँ देखी है । जी हां इस वारदात को उस महिला ने अंजाम दिया, जिसे हम मां कहते हैं । जयपुर के रामगंज थाना इलाके में हुए इस सनसनीखेज मर्डर के बाद आरोपी अंजुम के चेहरे पर कोई शिकन नजर नहीं आ रही थी। न दर्द का भाव और न ही बेटे को खोने का कोई गम। जब उससे हत्या का कारण पूछा तो बोली – मेरा बीपी तब बहुत बढ़ गया था।
मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या कर रही हूं। उज़ेफ दिन रात चिल्लाता था, मैं सो नहीं पाती थी। पता नहीं क्या सूझा। अल्लाह मेरे कर्म को माफ नहीं करेगा। अल्लाह मेरे इस गुनाह को माफ कर दे। आरोपी महिला 9वीं क्लास तक पढ़ी-लिखी है। करीब 15 साल पहले उसकी शादी अहमद खान से हुई थी। उसके 12 साल और 9 साल के दो बच्चे हैं। करीब डेढ़ महीने पहले ही अंजुम ने एक और बेटे उज़ेफ को जन्म दिया था। जिसे उसी ने मौत की नींद भी सुला दिया ।