छत्तीसगढ़ में बारिश का कहर: सरगुजा संभाग में जनजातीय इलाकों पर आफत, तीन की मौत, कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। खासकर बलरामपुर जिले के जनजातीय इलाकों में बारिश की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। शंकरगढ़ क्षेत्र में कोरवा जनजाति की एक महिला और उसके बेटे की उफनते नाले में बहने से मौत हो गई। दोनों खेत से लौटते समय पानी के तेज बहाव में बह गए।
इसी तरह बलरामपुर के एक अन्य इलाके में गेउर नदी में मछली मारने गए युवक की डूबने से मौत हो गई। युवक का शव घंटों की तलाश के बाद नदी से बरामद किया गया।
गागर नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण तीन पहाड़ी कोरवा बच्चे फंस गए। ये बच्चे कई घंटों तक चट्टानों के बीच पानी के घेरे में फंसे रहे। ग्रामीणों ने बड़ी मशक्कत के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। राहत और बचाव के इस कार्य में ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर मदद की।
बारिश से सड़कों और पुलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। बचवार मार्ग पर एक पुरानी और जर्जर पुलिया तेज बहाव में ढह गई, जिससे एक मालवाहक पिकअप वाहन उसमें फंस गया। इसके चलते बचवार-पटना मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है और लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सूरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर क्षेत्र में भी हालात चिंताजनक हैं। यहां लोग जान जोखिम में डालकर बाइक को कंधे पर उठाकर नदी पार कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से राहत कार्यों में तेजी लाने की जरूरत महसूस की जा रही है।
सरगुजा संभाग में बारिश के चलते जनजातीय समुदाय और ग्रामीण इलाकों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रशासन को अलर्ट मोड में रहकर राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता देनी होगी ताकि आगे और जानमाल का नुकसान रोका जा सके।