महासमुंद में स्वास्थ्य क्रांति: जन आरोग्य मंदिरों से घर-घर पहुंची जीवन रेखा

रायपुर। रजत जयंती वर्ष 2025-26 के स्वागत में महासमुंद जिला जनकल्याण की दिशा में एक नई मिसाल कायम कर रहा है। आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के अंतर्गत जिले ने 88.4% लक्ष्य हासिल करते हुए 10 लाख से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा का कवच प्रदान किया है।
कलेक्टर विनय लंगेह के मार्गदर्शन में जिले भर में 257 जन आरोग्य मंदिर सेवा विस्तार और जन-जागरूकता के केंद्र बने हुए हैं। यहां नागरिकों को पात्रता जांच, दस्तावेज सत्यापन और आयुष्मान कार्ड निर्माण की सारी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल रही हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में 9 लाख से अधिक और शहरी इलाकों में 1 लाख से अधिक लाभार्थी योजना से जुड़ चुके हैं। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनाए गए 27,816 आयुष्मान वय वंदन कार्ड बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रहे हैं।
पिथौरा, बागबाहरा, बसना, सरायपाली और महासमुंद में चल रहे विशेष शिविरों और घर-घर संपर्क अभियानों ने योजना के कवरेज को और सशक्त बनाया है।
अब आयुष्मान कार्डधारी सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में बिना अग्रिम भुगतान के इलाज प्राप्त कर रहे हैं — इससे न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं में भरोसा बढ़ा है, बल्कि चिकित्सा पहुँच भी पहले से अधिक सहज, सुलभ और समान हो गई है।