जगदलपुर : संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में बढ़ती आवारा कुत्तों की संख्या से यह आशंका व्यक्त की जा रही थी कि इन कुत्तों के ऊपर यदि नियंत्रण नहीं पाया गया तो आने वाले दिनों में नागरिकों को इन कुत्तों से खतरा हो सकता है और ऐसा ही हुआ। दो दिन पूर्व स्थानीय बोधघाट व सरगीपाल तथा जवाहर नगर वार्ड में पागल हो चुके एक कुत्ते ने आतंक मचा दिया। उसने एक ही दिन में 12 को काटा। उसने एक एक कर करीब 10 लोगों को पहले जवाहर नगर वार्ड में निशाना बनाया और सरगीपाल में 2 लोगों को काट लिया।
जवाहर नगर वार्ड में पागल हो चुके एक कुत्ते ने आतंक मचा दिया
इधर कुत्ते के हमले से घायल होकर जब लोग इलाज करवाने मेडिकल कॉलेज के ओपीडी पहुंचे तो उन्हें यहां एंटी रैबिज की औषधी ही प्राप्त नहीं हो सकी।इस संबंध में जानकारी केे अनुसार मेकॉज के बाह्य रोग ओपीडी में एंटी रैबिज की औषधि लगाने के लिए 15 नंबर के कमरे में व्यवस्था की गई है। घायल होने के बाद जब लोग एक के बाद एक यहां पहुंचे तो डॉक्टर उन्हें 15 नंबर कमरे में जाकर एंटी डोज लगाने की हिदायत देते लेकिन यहां पहुंचते ही स्टाफ ने घायलों को एंटी रैबीज औषधि नहीं होने की जानकारी दी।
इधर शहर में भी कुछ बड़ी दवाई दुकानों में भी यह औषधि उपलब्ध नहीं थी
कुत्ते के काटने से सर्वाधिक गंभीर रूप से घायल एक जवाहर नगर वार्ड में रहने वाले 13 वर्षीय छात्र प्रवीण कुमार पर पागल कुत्ते ने हमला किया था। कुत्ते ने उसकी नाक नोच ली। इसके बाद उसे गंभीर अवस्था में मेकॉज लाया गया। इसी तरह देर शाम सरगीपाल इलाके में भी 4 साल की मासूम रचना बघेल पर कुत्ते ने हमला किया। कुत्ते ने उसके पृष्ठ भाग को काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। सर्वाधिक आक्रोश लोगों का नगर निगम की कार्यशैली से उठा है। क्योंकि कुत्ता पकडने के अभियान को निगम ने वर्षों से बंद कर दिया है और लोगों को कुत्तों से राहत दिलाने की कोई कोशिश सामने नहीं आई है।