
रायपुर : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा में कहा कि अब तक 19 जिलों में इवीएम पहुंच गई है।
बाकी 8 जिलों में एक जुलाई तक इवीएम आ जाएंगे। इनकी जांच जुलाई में होगी। सभी मशीनों में इस बार वीवीपैट लगेंगे, जिसमें मतदाता ये देख पाएंगे कि उन्होंने किसे वोट दिया है। इवीएम की सुरक्षा के लिये वेयर हाउस में व्यवस्था जल्द ही कर दी जायेगी।
साहू ने बताया कि इस बार इवीएम हैकिंग को ध्यान में रखते हुये खास इंतेजाम किया जा रहा है। इवीएम का थर्ड जनरेशन मशीन में वीवीपैट जुड़ जाएगा, जिससे हैकिंग की गुजाइश नहीं रहेगी। यह इवीएम कंट्रोल यूनिट सेल्फचेक मोड में काम करेगा।
नए इवीएम में डाटा ट्रांसफर का कोई गुंजाइश नहीं है। सभी इवीएम की तीन स्तर पर चेकिंग हो चुकी है। वीवीपैट मशीन में एक छोटा सा विन्डो है, जिसमें 7 सेकेंड के लिए यह देखा जा सकेगा कि किसे वोट दिया गया है। अगर जिसे वोट डाला गया है, वो सही नहीं है, तो वेरिफिकेशन किया जा सकता है। साहू ने बताया कि अगर बूथ लेवल पर राजनीतिक पार्टी एजेंट नियुक्त करती हैं तो उनके लिए भी अलग से नियम बनाए गये हैं।
31 जुलाई तक तैयार होगी मतदाता सूची
सुब्रत साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 27 सितंबर को किया जायेगा। उसी सूची के आधार पर चुनाव कराये जायेंगे। 31 जुलाई तक वोटर लिस्ट तैयार कर लेने के बाद 31 अगस्त तक दावा आपत्ति मंगाये गये हैं।
इसके बाद 27 सितंबर को दावा आपत्ति की सुनवाई के बाद मतदाता सूची का प्रकाशन कराया जायेगा। प्रदेश में वर्तमान में एक करोड़ 81 लाख 52 हजार 143 मतदाता हैं। इसमें 91 लाख 16 हजार पुरुष और 89 लाख 93 हजार 18 महिला मतदाता हैं।
सबसे अधिक मतदाता कसडोल में, 100 पार वाले तीन हजार से ज्यादा
साहू ने बताया कि प्रदेश की कसडोल विधानसभा में सबसे ज्यादा मतदाता हैं। कसडोल में तीन लाख 25 हजार 958 और सबसे कम मनेन्द्रगढ़ में 1 लाख 29 हजार 871 हैं। राज्य में 90 विधानसभा है, इसमें से 51 सामान्य,10 एससी और 29 एसटी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। प्रदेश में कुल 23 हजार 411 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। साहू ने बताया कि राज्य में 100 वर्ष से अधिक आयु के वर्तमान में तीन हजार 630 मतदाता हैं।