महासमुंद : नगर के प्रमुख चौक-चौराहों में ट्रैफिक सिग्नल की योजना चार साल बाद भी फलीभूत नहीं हो पाई है। ज्ञात हो कि यातायात और पुलिस विभाग ने शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के उद्देश्य से प्रमुख चौक-चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने की योजना बनाई थी।
चौक-चौराहों में ट्रैफिक सिग्नल की योजना चार साल बाद भी फलीभूत नहीं हो पाई है
जानकारी के मुताबिक शुरूवाती दौर में बरोंडा चौक, कांग्रेस चौक और अम्बेडकर चौक में लगाया जाना प्रस्तावित था इसके लिए पुलिस विभाग ने नगर पालिका से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी ले लिया था और 2015 में इसका कार्य भी प्रारंभ होना था किन्तु यातायात विभाग की उदासीनता से अब यह योजना अधर में लटक गई है।
पुलिस विभाग ने नगर पालिका से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी ले लिया था
उल्लेखनीय है कि ट्रैफिक सिग्रल की सुविधा राज्य के बड़े शहर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, जगदलपुर, रायगढ़, जशपुर, अम्बिकापुर के बाद जांजगीर-चांपा और धमतरी में ही है।
तेज रफ्तार पर कसता शिकंजा
शहर में यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है। नो-एंट्री के समय भी शहर स्थित ट्रांसपोर्ट की भारी वाहनें सडक़ पर दिखाई देती है। ऐसे में मुख्य चौक-चौराहों पर ट्रेफिक सिग्नल आवश्यक हो जाता है। हालांकि अब शहर से होकर गुजरने वाली एनएच 353 का चौड़ीकरण जल्द ही प्रारंभ होने जा रहा है जिससे यातायात व्यवस्था में सुधार तो होगा ही पर ट्रैफिक सिग्रल की आवश्यकता और अधिक बढ़ेगी।