रायपुर। कवर्धा के लोहारीडीह गांव में हुए हत्याकांड के बाद ग्रामीण बेहद डरे हुए हैं, उनके जहन में डर इस कदर बैठ चुका है, कि गांव छोड़कर गए लोग यहां लौटने को तैयार नहीं है। वहीं जो लोग गांव में मौजूद हैं उनके अपने इंतजार में आंसू बहाने को मजबूर हैं । गांव में मातमी सन्नाटा है। केवल बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं ही घरों में हैं। उनमें भी कई गर्भवती, बीमार और दिव्यांग हैं, जिन्हें कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं।
इघर कबीरधाम के लोहारडीह अग्निकांड सह हत्याकांड मामले में सीएम विष्णु देव साय ने भी सख्त रुख अपनाया है और पहली बार किसी मॉब लिंचिंग कांड में इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है ।
सीएम के निर्देश के बाद कबीरधाम के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव को हटाकर पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है । उनकी जगह बलरामपुर-रामानुजगंज के एसपी राजेश कुमार को लाया गया है। इसी के साथ कबीरधाम कलेक्टर जन्मेजय महोबे को हटाकर नागरिक आपूर्ति निगम का एमडी बना दिया गया है। उनकी जगह जिला कलेक्टर का प्रभार राज्य सूचना आयोग के सचिव गोपाल वर्मा को दे दिया गया है। है। आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।
इसके अलावा डीएसपी नक्सल ऑपरेशन संजय ध्रुव को रेंगाखार थाना क्षेत्र के पर्यवेक्षण से हटा दिया गया है। अब इस जिम्मेदारी उप पुलिस अधीक्षक कृष्णकुमार चंद्राकर को सौंपी गई है। उन्हें अपने वर्तमान कार्य के साथ-साथ इन थानों और कैंपों के निरीक्षण और पर्यवेक्षण का अतिरिक्त दायित्व दिया गया रेंगाखार थाने के टीआई झुमुक लाल सांडिल्य समेत 23 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया। वहीं एएसआई कुमार मंगलम और महिला कांस्टेबल अंकिता गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है।
राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक कुमार झा के मुताबिक सस्पेंड और लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों पर अवैधानिक तरीके से गिरफ्तारी और जांच में लापरवाही बरतने का आरोप है। उन्होंने बताया कि इन लोगों पर अवैध तरीके से गिरफ्तारी के आरोप लगे थे ।